ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) ने ग्रामीण भारत की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शुक्रवार को एक प्रभावशाली वेबिनार का आयोजन किया। इस सत्र में ‘लखपति दीदी’ पहल की अग्रणी महिलाओं और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। यह आयोजन बजट 2025-26 के पश्चात शुरू की गई परामर्श श्रृंखला का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य बजट घोषणाओं को ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करना और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना था।

राज्य भागीदारी से ग्रामीण समृद्धि को नई दिशा
इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह ने ग्रामीण समृद्धि और लचीलापन कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में राज्यों की सक्रिय भूमिका को अत्यंत आवश्यक बताया। वहीं, सचिव श्री टी. के. अनिल कुमार ने चर्चा के लिए एक व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत की और रचनात्मक संवाद का मार्ग प्रशस्त किया।
प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाएं वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर रही हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक बदलाव की अग्रदूत बन रही हैं। यह परामर्श सत्र ग्रामीण समृद्धि के चार प्रमुख स्तंभों—बुनियादी ढांचा, वित्त, विपणन और कौशल विकास—पर केंद्रित रहा।
ईपीडीटी टूल: लखपति दीदियों के सपनों को मिलेगी डिजिटल उड़ान
ग्रामीण महिलाओं की उद्यमशीलता को नई गति देने के लिए मंत्रालय ने उद्यमिता नियोजन डिजिटल टूल (EPDT) लॉन्च किया। इस अत्याधुनिक डिजिटल टूल को LOKOS ने विकसित किया है, जो लखपति दीदी बनने की इच्छुक महिलाओं को सटीक व्यवसाय योजनाएं तैयार करने, डेटा को सरलता से दर्ज करने, प्रगति ट्रैक करने और मार्गदर्शन प्राप्त करने की सुविधा देता है। यह टूल SHG सदस्यों के लिए एक भरोसेमंद डिजिटल साथी साबित हो सकता है।
समस्या? अब हल सिर्फ एक कॉल दूर
महिलाओं को लखपति दीदी योजना से जुड़े हर सवाल का समाधान अब एक टोल-फ्री नंबर के ज़रिए मिलेगा। हेल्पलाइन नंबर 0120-5202521 को सोमवार से शनिवार, सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक (राष्ट्रीय अवकाश छोड़कर) सेवा में रखा गया है। इसका उद्देश्य है—समय पर सही और प्रभावी जानकारी व सहायता प्रदान करना, जिससे कोई भी महिला अपने उद्यमी सपने को अधूरा न छोड़े।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बना यह सत्र ऐतिहासिक
इस विशेष वेबिनार में ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री स्मृति शरण और सुश्री स्वाति शर्मा सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और विषय विशेषज्ञ भी उपस्थित थे। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आई महिलाओं की उपलब्धियों की सराहना करते हुए मंत्रालय की योजनाओं को और बेहतर बनाने पर चर्चा की।