कजक्शन्स, प्रिपोजीशन्स और आर्टीकल्स सहित एंड टू एवं ए जैसे शब्द जो वेब पजो में प्रयुत्तफ किए जाते हैं और जिसका पृथक अपना अर्थ होता है।
सर्च इंजिन्स, वेब के प्रोग्राम्स हैं, जो विशिष्ट की वर्ड्स के लिए साइट्स को सर्च करते हैं और की वर्ड्स की ज्ञात करने के बाद साइट्स की सूची प्रदान करते हैं, जिनकी सहायता से प्रयोगकर्ता वर्ल्ड वाइड वेब पर साइट्स की सर्च करते हैं। सामान्यतः एक सर्च इंजिन स्पाइडर की सहायता से संबंधित साइट्स का पता लगाता है। एक अन्य प्रोग्राम जो इन्डेक्सर कहलाता है, इन साइट्स के अध्ययन के बाद प्रत्येक साइट्स संग्रहित शब्दों के आधर पर एक सूची का निर्माण करता है। प्रत्येक सर्च इंजिन की अपनी प्रक्रिया होती है। जिसकी सहायता से सूची तैयार की जाती है और प्रत्येक प्रश्न का निष्कर्ष प्रदान किया जाता है।
इंडेक्स सूचीद्ध क्या है
डाटाबेस डिजाइन में कीज या कीवर्ड्स की एक सूची होती है और प्रत्येक की अपनी विशिष्ट पहचान होती है। सूचियों के कारण विशिष्ट रिकार्ड्स शीघ्र ज्ञात किए जाते हैं और इंडेक्स फील्ड से रिकार्ड्स छांटने में प्रत्येक रिकार्ड को पहचानने में इस पफील्ड का उपयोग किया जाता है।
सर्च इंजिन शब्दावली
बुलिएन सर्चः
एंड, नाट अथवा ऑर शब्दों के प्रयोग द्वारा किसी वेब पेज को सम्मिलित करने या बाहर निकालने के लिए उपयोगी सर्च।
कंसेप्ट सर्चः
किसी शब्द से संबंधित वेब पेज के लिए सर्च।
पफुल टेक्स्ट इन्डेक्सः
स्टाप वर्ड्स सहित केटलॉग्ड डाक्यूमेंट का प्रत्येक शब्द संग्रहित करने वाली इन्डेक्स।
पफजी सर्चः
एक सर्च जो उन शब्दों को भी ढूंढ निकालते हैं, जो अंशतः दर्शाये गये हों या गलत लिखे गये हों।
इन्डेक्सः
सर्च इंजिन साफ्रट वेयर द्वारा निर्मित प्रपत्रों की ज्ञात किए जाने योग्य सूची जिसे केटलाग भी कहते हैं और इसका प्रयोग सर्च एंजिन के समान रूप में किया जाता है।
कीवर्ड सर्चः
उपयोगकर्ता द्वारा ज्ञात किए जाने वाले एक या दो विशिष्ट शब्दों को संग्रहित करने वाले वेब पेज की सर्च।
वेज सर्चः
उपयोगकर्ता द्वारा विशिष्ट वाक्य की सर्च।
प्रिसीजन:
सर्च इंजिन द्वारा ज्ञात किए जाने वाले वेब पेज की स्थिति, संबंधित पेजों की सूची जितनी विस्तृत होगी प्रिसीजन ययथार्थताद्ध भी उतनी ही अधिक होगी। उदाहरणत: यदि एक सर्च इंजिन 80 प्रपत्रों को ज्ञात करने के लिए सूचीबद्ध करता है, लेकिन उनमें से 20 में ही सर्च वर्ड्स संग्रहित हैं, तो प्रिसीजन 25 प्रतिशत होगी।
प्राक्सिमिटी सर्चः
एक सर्च जहाँ उपयोगकर्ता को विशिष्ट रूप से दर्शाना होता है कि प्राप्त पेजों में शब्द एक दूसरे के निकट हों।
क्वेरी-बाई-एक्जांपिल:
एक सर्च जहाँ उपयोगकर्ता किसी इंजिन को निर्देश देता है कि निर्दिष्ट प्रपत्रा के समान अन्य प्रपत्रों को भी ज्ञात किया जाए।
रिकालः
यह ऐसी स्थिति है जिसमें सर्च इंजिन समस्त मेचिंग डाक्यूमेंट्स को संग्रह के रूप में प्रदान करता है। यहाँ 100 मेचिंग डाक्यूमेंट्स हो सकते है, लेकिन यह उनमें से मात्रा 80 को ही ज्ञात कर सकता है। तत्पश्चात् इन 80 वेब पेजों को सूचीबद्ध किया जाता है और इस प्रकार रिकाल 80 प्रतिशत रहती है।
रिलिवेंसी:
उपयोगकर्ता की अपेक्षा अनुसार किसी प्रपत्रा द्वारा प्राप्त डाटा का मापन उपयोगर्ता द्वारा किया जाता है।
स्पाइडरः
यह ऐसा साफ्टवेयर है जो वेब पेजों को स्केन कर उन्हें इन्डेक्स सूचीद्ध में जोड़ता है।
स्टेमिंगः
एक सर्च में शब्दों के मूल को ज्ञात करने की क्षमता उदाहरण के लिए स्टेमिंग की सहायता से उपयोगकर्ता स्विमिंग को एंटर करता है और स्विम शब्द के लिए भी निष्कर्ष प्राप्त कर सकता है।
स्टाप वर्ड्सः
कजक्शन्स, प्रिपोजीशन्स और आर्टीकल्स सहित एंड टू एवं ए जैसे शब्द जो वेब पजो में प्रयुत्तफ किए जाते हैं और जिसका पृथक अपना अर्थ होता है।
थिसॉरस:
समानार्थी शब्दों की सूची जिसकी सहायता से सर्च इंजिन निर्दिष्ट शब्दों का संबंध् ज्ञात करता है, यदि वे शब्द वेब पेज में प्रदर्शित नहीं होते।