बिलासपुर स्टेशन वर्ल्ड क्लास बनेगा  नवंबर माह से ही नव निर्माण के कार्य शुरू

बिलासपुर: रेल मंत्रालय की महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन योजना के कार्यों की गति बढ़ेगी। निर्माण कार्य के दौरान वर्तमान में मिलने वाली सुविधाओं को अस्थाई तौर पर इधर-उधर करने की कवायद चल रही है। जिसमें सबसे प्रमुख जनरल टिकट काउंटर है। इसे आरक्षण भवन में और रिजर्वेशन केंद्र को नई जगह पर शिफ्टिंग की तैयारी है। रेलवे का मानना है कि सुविधाओं की जगह बदलने से थोड़ी दिक्कत यात्रियों को होगी। लेकिन, जब योजना पूरी हो जाएगी और बिलासपुर स्टेशन विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस हो जाएगा,  तब यात्रीगण पुरानी तकलीफे भूल जाएंगे।

स्टेशन पहुंचने के बाद जुबान से केवल स्टेशन की प्रशंसा ही निकलेगी।जिस दिन से अमृत भारत योजना में जोनल रेलवे स्टेशन का नाम शामिल किया गया है। शहरवासियों में इस बात को लेकर जिज्ञासा है कि स्टेशन का स्वरूप कैसा होगा। इस स्टेशन के तहत विकसित होने के बाद सुविधाओं का विस्तार कैसा होगा। इसे देखते हुए ही रेल प्रशासन ने प्रस्तावित रेलवे स्टेशन के स्वरूप का माडल भी तैयार किया है। इस माडल को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन कितना भव्य होगा। यह वाकई विश्वस्तरीय सुविधाओं से लेस होगा और स्वरूप एयरपोर्ट की तरह होगा। टेंडर के बाद प्रारंभिक स्तर का कार्य प्रारंभ भी हो गया है। जिसमें सबसे पहले पार्किंग को शामिल किया गया है। स्टेशन के सामने की पार्किंग के लिए अस्थाई वाहन स्टैंड मुल्कराज होटल के पीछे में बनाया जा रहा है। जिसका लगभग पचहत्तर फीसद कार्य हो चुके हैं।

जहाँ ढलाई के साथ सफाई भी हो रही है। जैसे ही बचे हुए काम पूरे होंगे पार्किंग शिफ्ट कर दी जाएगी। इसके साथ गेट नंबर चार से लेकर गेट नंबर दो तक सामने के हिस्से में तोड़फोड़ आदि कार्य चलेंगे। इस दौरान इन तीनों गेट से यात्रियों को  गुजरने में दिक्कत भी होगी। ऐसा भी माना जा सकता है कि यात्रियों के लिए गेट क्रमांक एक ही प्रमुख होगा। यहीं से यात्री प्रवेश करेंगे और बाहर निकलेंगे। इस निर्माण कार्य को देखते हुए गेट क्रमांक तीन पर स्थित जनरल टिकट काउंटर को भी आरक्षण केंद्र में शिफ्ट करने की तैयारी है और आरक्षण केंद्र को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाएगा। उपयुक्त स्थान न मिलने पर आरक्षण भवन में दोनों सुविधा संचालित हो सकती है।

28 एकड़ पर विकसित होगा बिलासपुर स्टेशन

विदित होकि 28 एकड़ पर 40 से 50 सालों में यात्रियों की संख्या को ध्यान में रख कर कार्य योजना बनाई गई है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन को नया स्वरूप देने की कवायद शुरू हो चुकी है। नई बिल्डिंग सहित सुविधाओं के विस्तार पर 435  करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जाएंगे। योजना के तहत बिलासपुर शहर के दोनों किनारों पर उचित एकीकरण के साथ स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने तथा शहर को दोनों तरफ से जोड़ने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया गया है। स्टेशन भवन का डिजाइन छत्तीसगढ़ के स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित है।

छैंसठ हजार यात्रियों की भीड़

जोनल स्टेशन बिलासपुर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। वर्तमान में यहां प्रतिदिन लगभग 65,800 यात्रियों का आवागमन होता है। आगामी 40 से 50 वर्षों में यात्रियों की संख्या प्रतिदिन लगभग 80 हजार से एक लाख होगी। माडल में दर्शाया गया है कि स्टेशन में प्रवेश एवं निकास के मार्ग किस तरह अलग-अलग होंगे। जिससे यात्रियों को भीड़ की वजह से परेशानी न हो। कांकोर्स में एक साथ 780 यात्रियों के बैठने के लिए 880 वर्ग मीटर वेटिंग एरिया, 13 सौ से अधिक वाहनों के लिए लगभग 31 हजार वर्ग मीटर का पार्किंग एरिया, तीन नए फुट ओवरब्रिज, 17 सौ वर्ग मीटर का कमर्शियल एरिया रहेंगे।

सुरेश सिंह बैस "शाश्वत"
सुरेश सिंह बैस “शाश्वत”