डिब्बर पहले ही बेंगलुरु में तीन सेंटर्स, हैदराबाद और पुणे में एक-एक सेंटर खोल चुका है और इस साल 40 और नए सेंटर्स खोलने की योजना बना रहा है।
नार्थ यूरोप का सबसे बड़ा प्री-स्कूल चेन डिब्बर, जिसके 10 देशों में 600 से अधिक प्री-स्कूल हैं, ने गुरुग्राम में अपना पहला प्री-स्कूल खोलने की घोषणा की है। यह प्री-स्कूल नॉर्डिक शिक्षा पद्धति के साथ आएगा, जो बच्चों की सोशल, इमोशनल, फिजिकल, कॉग्निटिव तथा एजुकेशनल जरूरतों पर ध्यान देने वाली शिक्षण पद्धति है। डिब्बर का उद्देश्य वाक्य ‘हम दुनिया के लिए ह्रदय रखने वाले और हमेशा सीखने वालों का विकास करते हैं” है, तथा इसका एक हिस्सा अपने और दूसरों के लिए सम्मान रखना है। डिब्बर की नॉर्डिक से प्रेरित शिक्षा पद्धति को स्थानीय स्तर के हिसाब से तैयार किया गया है, और इसे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत तथा मूल्यों से परिपूर्ण किया गया है, जो बच्चों पर केंद्रित रहते हुए, सभी के लिए एक समान दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है, जो सांस्कृतिक रूप से तो प्रासंगिक है ही साथ ही वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी है।
विद्यालय का उद्घाटन भाजपा के गुरुग्राम जिला अध्यक्ष श्री कमल यादव और डिब्बर स्कूल्स इंडिया के सीईओ श्री मार्विन डिसूजा द्वारा किया गया।
डिब्बर स्कूल्स इंडिया के सीईओ, मार्विन डीसूजा ने कहा “उत्साह से भरे इस शहर में अपने विस्तार का हमारा फैसला, बच्चों को सर्वश्रेष्ठ के साथ उनके शैक्षणिक सफर की शुरुआत कराने की हमारी प्रतिबद्धता के साथ आता है। हमारी इनोवेटिव शिक्षा पद्धति, पोषण का वातावरण, पैशनेट टीचर्स और लगातार सीखते रहने की प्रतिबद्धता, युवा मस्तिष्कों को आजीवन सीखने वाला बनाने और उनके अंदर आप पास की दुनिया के लिए सराहना, समझ और सहानुभूति विकसित करने का प्रयास करती है। हम गुरुग्राम में अपने इस सफर के लिए बेहद उत्साहित हैं और पूरे क्षेत्र में बच्चों व परिवारों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने की आशा करते हैं।”
डिब्बर स्कूलों की स्थापना 2003 में दो पैशनेट टीचर्स रैंडी और हंस जैकब सुंडबी द्वारा की गई थी। उन्होंने “डिब्बर चाइल्डहुड” नाम से एक अच्छी तरह से जांच-परख कर तैयार किए गए फ्रेम वर्क को विकसित किया, जो हर बच्चे को एक सपोर्टिव और केयरिंग वातावरण देता है, जहां वे सकारात्मक रिश्ते, अच्छे अनुभव और दोस्ती का विकास करते हैं। डिब्बर में, हर बच्चे को असाधारण और मूल्यवान माना जाता है तथा एक व्यक्ति विशेष के रूप में सम्मानित किया जाता है।
गुरुग्राम के सेक्टर 50 में 13000 वर्ग फुट में फैला, यह प्री-स्कूल 125 से अधिक बच्चों को एक साथ मैनेज कर सकता है। नॉर्डिक शिक्षण सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हुए यह प्री-स्कूल प्राकृतिक रूप से खुले स्थान, फैला हुआ आउटडोर एरिया, और एक बड़ा विशाल आउटडोर बैकग्राउंड प्रदान करता है। डिब्बर की गुरुग्राम फैसिलिटी, गुरुग्राम में एक प्री-स्कूल के रूप में, डिब्बर के यूनिक ‘लर्निंग फ्रेंड्स’ के लिए बनाये गए कमरे भी प्रदान करता है, इसके अतिरिक्त म्यूजिक, ड्रामा, मूवमेंट और दूसरी भाषा सीखने जैसे कई एक्स्ट्रा-करीकुलर एक्टिविटीज भी शामिल करता है। डिब्बर गुरुग्राम फुल डे और हाफ डे के दोनों प्रोग्राम्स की पेशकश करेगा, जो एक समग्र वातावरण देने के हिसाब से डिजाइन किया गया है, जहां लर्निंग और पोषण दोनों ही प्राथमिकता है।
डीसूजा ने आगे कहा, “गुरुग्राम भारत के सबसे महत्वाकांक्षी और तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है, जिसमें 250 से अधिक फॉर्च्यून 500 कंपनियां हैं। वर्किंग प्रोफेशनल्स की एक बड़ी संख्या के साथ, यह शहर नेक्स्ट जनरेशन के विकास चालकों की एक विशाल क्षमता प्रदान करता है, जो अपने बच्चों के लिए 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए समग्र शिक्षा तक पहुंच की डिमांड करते हैं। डिब्बर ने अपने पढ़ाने के तरीके को 10 देशों में सफलतापूर्वक लागू किया है. इस वजह से, डिब्बर में वही खूबियाँ हैं जो आजकल भारत के युवा माता-पिता अपने बच्चों के लिए ढूंढ रहे हैं।डिब्बर पूरे भारत में अपना काम बढ़ाना चाहता है। इसके लिए डिब्बर ऐसे लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहता है जो छोटे बच्चों की शिक्षा के बारे में डिब्बर जैसा ही सोचते हैं डिब्बर अपने फ्रेंचाइजी पार्टनर्स के साथ मिलकर अपना खुद का बनाया हुआ “डिब्बर क्वालिटी फ्रेमवर्क” इस्तेमाल करेगा। ये फ्रेमवर्क एक तरह का गाइड है जो प्री-स्कूल चलाने में पार्टनर्स की मदद करेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी डिब्बर स्कूलों में बच्चों की शुरुआती शिक्षा और देखभाल एक ही उच्च गुणवत्ता के साथ हो।”
डिब्बर प्री-स्कूल में 1 से 6 साल के बच्चों के लिए दाखिले शुरू हो चुके हैं! आप अपने बच्चे का दाखिला हाफ डे या फुल डे के लिए करा सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए डिब्बर की वेबसाइट http://www.dibber.in/ पर जाएं। मीडिया इंटरव्यू और अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें।