दक्षिण कोरिया के मुआन एयरपोर्ट पर रविवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब थाईलैंड से लौट रहे जेजू एयर फ्लाइट 2216 का विमान लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर क्रैश हो गया। इस हादसे में 181 यात्रियों में से 179 के मारे जाने की आशंका है, जबकि दो लोगों को बचा लिया गया।
कैसे हुआ हादसा?
जेजू एयर का बोइंग 737-8AS विमान रविवार सुबह 9 बजे मुआन एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसलकर एक फेंस से टकरा गया और उसमें आग लग गई। बताया जा रहा है कि विमान ने ‘बेली लैंडिंग’ की कोशिश की थी, लेकिन खराब मौसम और पक्षियों से टकराव के कारण लैंडिंग गियर खराब हो गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
अधिकारियों ने विमान के पिछले हिस्से से दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। विमान में 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर सवार थे।
दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति चोई संग-मोक ने सभी एजेंसियों को तत्काल बचाव कार्य में जुटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “सभी संबंधित एजेंसियां हर संभव संसाधन का उपयोग कर बचाव कार्य करें।”
जेजू एयर की प्रतिक्रिया
जेजू एयर ने हादसे पर गहरा खेद व्यक्त करते हुए कहा, “यह हमारे इतिहास में पहला घातक हादसा है। हम इस दुर्घटना पर गहरा खेद प्रकट करते हैं और हर संभव सहायता प्रदान करेंगे।”
जेजू एयर 2005 में स्थापित दक्षिण कोरिया की प्रमुख लो-कॉस्ट एयरलाइन है। यह विमान 2017 में यूरोप की लो-कॉस्ट एयरलाइन रायनएयर से खरीदा गया था।
पिछले हादसे
जेजू एयर के इतिहास में इससे पहले 12 अगस्त 2007 को बुसान-गिम्हे एयरपोर्ट पर एक बमबार्डियर Q400 विमान रनवे से फिसल गया था, जिसमें दर्जनभर लोग घायल हुए थे।
एक हफ्ते में दूसरा बड़ा विमान हादसा
इस हादसे से पहले बुधवार को कज़ाकिस्तान में अज़रबैजान एयरलाइंस का विमान क्रैश हुआ था, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई।
अज़रबैजान एयरलाइंस की फ्लाइट J2-8243 दक्षिण रूस से डायवर्ट होकर कज़ाकिस्तान के अक्ताउ शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे के वक्त रूस में यूक्रेनी ड्रोन हमले चल रहे थे।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस घटना पर अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से माफी मांगी। क्रेमलिन ने बताया कि “अज़रबैजान का विमान ग्रोज़नी एयरपोर्ट पर लैंड करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उस समय यूक्रेनी ड्रोन हमलों के कारण रूसी एयर डिफेंस सिस्टम सक्रिय थे।”
निष्कर्ष
यह हादसे वैश्विक एविएशन सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खराब मौसम, तकनीकी खामियां और मानवीय त्रुटियां विमान हादसों के मुख्य कारण बन रहे हैं।