अमेरिका से 104 भारतीय प्रवासियों की वापसी और उनके साथ किए गए बर्ताव पर मचे हंगामे के बीच भारत सरकार अब प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नया कानून लाने पर गंभीरता से विचार कर रही है। यह कानून प्रवासी भारतीयों के लिए एक सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन ढांचा तैयार करने में मदद करेगा।

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इस प्रस्तावित कानून का मसौदा हाल ही में लोकसभा में पेश की गई एक रिपोर्ट से उभरा है, जिसे संसदीय स्थायी समिति ऑन एक्सटर्नल अफेयर्स ने तैयार किया था। इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस सांसद शशि थरूर हैं।
अमेरिका से भारत लौटे 104 प्रवासी – जंजीरों में जकड़े हुए पहुंचे अमृतसर
कल अमेरिका से 104 भारतीय प्रवासियों को C-17 अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर लाया गया। बताया जा रहा है कि इन सभी को जंजीरों में जकड़कर लाया गया, जिससे यह मामला सुर्खियों में आ गया। ये सभी अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे और एक सख्त कार्रवाई के तहत इन्हें वापस भेजा गया।
इन प्रवासियों में विभिन्न राज्यों के लोग शामिल हैं:
- 33 हरियाणा और गुजरात से
- 30 पंजाब से
- 3 महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से
- 2 चंडीगढ़ से
- 19 महिलाएं और 13 नाबालिग, जिनमें एक चार साल का बच्चा और दो लड़कियां (5 और 7 वर्ष की उम्र की) भी शामिल हैं।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में बयान देते हुए कहा, “सरकार विदेशों में रह रहे छात्रों और प्रवासियों की सुरक्षा पर कड़ी नजर रखती है। जैसे हमने यूक्रेन में किया था, वैसे ही किसी भी संकट की स्थिति में हम तत्काल कदम उठाने के लिए तैयार रहते हैं।”
अमेरिका की कार्रवाई पर शशि थरूर का तीखा सवाल
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी प्रशासन की कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा, “अवैध प्रवासियों को लौटाना कोई नई बात नहीं है। पिछले साल बाइडेन प्रशासन ने 1,100 से अधिक भारतीयों को वापस भेजा था, लेकिन इस बार जिस आक्रामक तरीके से यह किया गया है, वह चिंता का विषय है।”
अमेरिका में बढ़ती सख्ती, फिर भी भारतीयों का पलायन जारी
अमेरिका में इमिग्रेशन पॉलिसी लगातार सख्त होती जा रही है, जिससे वहां अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, वैध मार्ग अभी भी खुले हैं, लेकिन कई भारतीय मेक्सिको और मध्य अमेरिका के खतरनाक रास्तों से अमेरिका पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
अब देखना होगा कि भारत सरकार इस मुद्दे पर क्या ठोस कदम उठाती है और नया प्रवासन कानून भारतीय प्रवासियों के लिए कितना फायदेमंद साबित होता है।