भारतीय नौसेना की सामरिक शक्ति को और मजबूत करते हुए गोला-बारूद, टारपीडो और मिसाइल (ACTCM) बार्ज, एलएसएएम 24 (यार्ड 134) का भव्य प्रक्षेपण 26 मार्च, 2025 को मैसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे में संपन्न हुआ। इस शुभ अवसर पर कमोडोर राहुल जगत, एसपीएस, पनडुब्बी निगरानी दल (एसओटी), मुंबई ने मुख्य अतिथि के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

स्वदेशी निर्माण की एक और उपलब्धि
भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को सशक्त करते हुए, भारतीय नौसेना ने एमएसएमई शिपयार्ड, मैसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे के साथ ग्यारहवें ACTCM बार्ज के निर्माण के लिए 5 मार्च, 2021 को अनुबंध किया था। ये अत्याधुनिक बार्ज भारतीय पोत डिजाइन फर्म और भारतीय शिपिंग रजिस्टर (IRS) के सहयोग से पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं।
उन्नत परीक्षण और श्रेष्ठ गुणवत्ता
नौसेना के मानकों के अनुरूप इन बार्जों की गुणवत्ता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए नौसेना विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला (NSTL), विशाखापत्तनम में इनका मॉडल परीक्षण किया गया। शिपयार्ड ने अब तक ग्यारह में से नौ बार्ज सफलतापूर्वक भारतीय नौसेना को सौंप दिए हैं, जिन्हें नौसेना के संचालन विकास और रणनीतिक अभियानों में प्रभावी रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है।
भारत की समुद्री ताकत को नया आयाम
इन आधुनिक बार्जों का निर्माण भारत की रक्षा क्षमता को सुदृढ़ करने और स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये परियोजनाएं भारतीय नौसेना को सुदृढ़ लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान करने के साथ-साथ राष्ट्र की समुद्री सुरक्षा को और अधिक मजबूत करेंगी।