राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र आज एक प्रेरणादायक पल का साक्षी बना, जब 2023 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारियों ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से भेंट की। ये अधिकारी वर्तमान में विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों में सहायक सचिव के रूप में कार्यरत हैं।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने अधिकारियों को उनके कठिन परिश्रम और समर्पण के लिए बधाई देते हुए कहा कि IAS अधिकारी बनना सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि समाज के लिए परिवर्तनकारी भूमिका निभाने का एक सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की पहली पोस्टिंग ही उन्हें हजारों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का मंच देती है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने अधिकारियों को याद दिलाया कि लोकसेवा केवल अधिकारों की बात नहीं, बल्कि कर्तव्यों का भी गहरा दायित्व है। अधिकार, कर्तव्यों को निभाने के साधन हैं, और असली पहचान उनके कार्यों से बनेगी – न कि सोशल मीडिया पर बढ़ते फॉलोअर्स से।
उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि “ईमानदारी, सच्चाई और सादगी ही लोकसेवा की आत्मा हैं।” इन मूल्यों को अपनाने वाला व्यक्ति न केवल एक अच्छा अधिकारी बनता है, बल्कि एक बेहतर इंसान भी। राष्ट्रपति ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे वंचितों के कल्याण को अपनी प्राथमिकता बनाएं और जहां भी पोस्टिंग हो, कुछ वर्षों बाद वहां दोबारा जाकर अपने काम के प्रभाव को देखें।
राष्ट्रपति ने आज की डिजिटल और जागरूक जनता का हवाला देते हुए कहा कि अब प्रशासकों की जवाबदेही और पारदर्शिता पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और आमजन के साथ संवाद को मजबूत करने और स्थानीय प्रयासों में भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
अपने संदेश के अंत में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि एक लोकसेवक की असली सामाजिक पूंजी उसके नेक कार्य होते हैं, जो उसे समाज में सम्मान और संतोष प्रदान करते हैं।