राजस्थान के ब्यावर में एक एसिड फैक्ट्री के गोदाम में खड़े टैंकर से नाइट्रोजन गैस के रिसाव से बड़ा हादसा हो गया। इस घटना में फैक्ट्री मालिक की मौत हो गई, जबकि 40 से अधिक लोग गैस की चपेट में आकर अस्पताल में भर्ती हुए हैं।
रात के समय हुआ भयावह हादसा
यह दर्दनाक घटना सोमवार रात करीब 10 बजे ब्यावर पुलिस स्टेशन क्षेत्र के बड़िया इलाके में स्थित सुनील ट्रेडिंग कंपनी में हुई। गैस रिसाव इतना गंभीर था कि कुछ ही सेकंड में जहरीली गैस आसपास के रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई, जिससे लोग अपने घरों में ही घुटन और आंखों में जलन महसूस करने लगे।
फैक्ट्री मालिक ने बचाने की पूरी कोशिश, लेकिन खुद की जान गंवाई
इस हादसे में फैक्ट्री मालिक सुनील सिंघल की मौत हो गई। उन्होंने पूरी रात गैस रिसाव को रोकने की कोशिश की, लेकिन जहरीली गैस के प्रभाव से उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई। गंभीर हालत में उन्हें अजमेर के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी से बची कई जिंदगियां
गैस रिसाव की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, जिला कलेक्टर, एसपी और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। दमकल विभाग ने टैंकर पर पानी डालकर और उसका ढक्कन बंद करके स्थिति को नियंत्रण में लिया। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आसपास के इलाके को खाली करवाया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा।
इलाके में दहशत, लेकिन स्थिति नियंत्रण में
इस हादसे के कारण इलाके में हड़कंप मच गया। कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन की शिकायत हुई, जिसके बाद 60 से अधिक लोगों को सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हालात अब काबू में हैं, लेकिन स्थानीय लोगों के बीच अब भी डर का माहौल बना हुआ है।
प्रशासन ने फैक्ट्री सील कर जांच के आदेश दिए
जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खादगावत ने घटना को गंभीरता से लेते हुए फैक्ट्री को सील करने का आदेश दिया है। साथ ही, पुलिस को तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन इस हादसे के कारणों की गहन पड़ताल कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
स्थानीय पार्षद और अधिकारियों की सतर्कता से बड़ा हादसा टला
वार्ड पार्षद हंसराज शर्मा ने बताया कि जब उन्हें फैक्ट्री से गैस रिसाव की सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत दमकल विभाग और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। दमकल टीम मौके पर पहुंची और एक घंटे के भीतर स्थिति को नियंत्रित कर लिया। वहीं, एसडीएम दिव्यांश सिंह ने पुष्टि की कि लीक हुई गैस नाइट्रोजन थी।
सुरक्षा जांच और बचाव कार्य जारी
प्रशासन ने आसपास के निवासियों को आश्वस्त किया कि अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। साथ ही, फैक्ट्री में एक व्यापक सुरक्षा जांच के आदेश दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके। इस भयावह घटना के बाद प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी है। फिलहाल, गैस प्रभावित लोगों का इलाज जारी है और प्रशासन घटना की गहराई से जांच में जुटा हुआ है।