बिलासपुर। सुविज्ञ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार में शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा रहा है। फिलहाल हाई कमान और भाजपा के अंदर इस पर गहन मंथन और विचार विमर्श चल रहा है। इसके पश्चात अंतिम निर्णय लिए जाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। वहीं बाकी बचे दो मंत्री पद के लिए भाजपा के चुने गए विधायकों के बीच लाबिंग भी तेज हो गई है। इसके लिये भागदौड़ जारी है। यह भी बताते चलें कि मंत्री पद के लिए बिलासपुर क्षेत्र के दो कद्दावर विधायक अमर अग्रवाल और धरमलाल कौशिक भी इस दौड़ में शामिल है, और दोनों विधायकों की लाबिंग भी इसी प्रकार जारी है। हालांकि मंत्री पद के लिए और भी दावेदार हैं। बस्तर से लता उसैंडी रायपुर से राजेश मूणत एवं अजय चंद्राकर सहित चौंकाने वाले भी चेहरे सामने आ सकते हैं। फिलहाल यह कयास लगाया जा रहा हैं कि शीघ्र ही इन्ही में से किसी को मंत्री पद से नवाजा जाएगा । साथ ही यह भी खबर छनकर आ रही है कि कुछ मंत्रियों को हटाया भी जाएगा जिनके स्थान पर नए विधायकों की मंत्री पद दिया जा सकता है।


15 जून तक संभावित मंत्रिमंडल विस्तार
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई वाली सरकार में 14 या 15 जून को कैबिनेट विस्तार हो सकता है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि इस बार चार नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है, वहीं दो मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी भी तय मानी जा रही है। फिलहाल साय सरकार के मंत्रिमंडल में दो मंत्री पद रिक्त हैं। ऐसे में दो नए मंत्रियों की नियुक्ति तो तय मानी जा रही है, लेकिन विश्वस्त सूत्रों के अनुसार दो अन्य मंत्रियों को हटाकर उनकी जगह भी नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। यानी कुल चार नए मंत्री शपथ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री साय ने दिया संकेत
मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा समय आने पर यह भी हो जाएगा। साय के इस बयान को राजनीतिक हलकों में विस्तार की पुष्टि के तौर पर देखा जा रहा है। इस विषय पर पूछे गए सवाल पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। निश्चित समय में, निश्चित काम हो जाएगा। वहीं, कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने भी कहा कि यह मुख्यमंत्री का निर्णय है। जब उचित समय आएगा, तब खुद मुख्यमंत्री जानकारी देंगे।
भाजपा में मंथन तेज, समीकरण में भी तेजी
बताया जा रहा है कि भाजपा संगठन और सरकार के बीच बैठकों का दौर जारी है। क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नए चेहरों का चयन किया जा सकता है। साथ ही प्रदर्शन के आधार पर कुछ मौजूदा मंत्रियों की छुट्टी की भी चर्चा है। राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है और पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के अनुसार जल्द ही नए मंत्रियों की घोषणा हो सकती है। अब सबकी निगाहें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अंतिम फैसले पर टिकी हैं। वहीं इसके लिए समीकरण साधने की भी विधायकों द्वारा प्रयास तेज कर दिए गए हैं।अब देखना है ऊंट किस करवट बैठता है।
