सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने रिकॉर्ड प्रबंधन, स्वच्छता गतिविधियों और लंबित मामलों के निपटान में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त करते हुए विशेष अभियान 5.0 का सफलतापूर्वक समापन किया है। यह अभियान 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक संचालित किया गया, जिसका उद्देश्य सरकारी कार्यप्रणाली में दक्षता बढ़ाना, फाइलों के निस्तारण को गति देना और कार्यालयों सहित सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता एवं व्यवस्था सुनिश्चित करना था।

इस अभियान का शुभारंभ 2 अक्टूबर 2025 को परिवहन भवन, नई दिल्ली में सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री श्री हर्ष मल्होत्रा द्वारा किया गया। उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाकर स्वच्छ भारत के प्रति जागरूकता और उत्तरदायित्व की भावना को प्रबल किया।
रिकॉर्ड प्रबंधन और स्वच्छता गतिविधियों में शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति
अभियान के अंतर्गत मंत्रालय ने रिकॉर्ड प्रबंधन के क्षेत्र में 18,616 पुरानी भौतिक एवं ई-फाइलों की समीक्षा करते हुए निर्धारित सभी लक्ष्यों को शत-प्रतिशत पूरा किया। इसके साथ ही स्वच्छता गतिविधियों में भी मंत्रालय और इसकी एजेंसियों ने अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की।
देशभर में 15,000 से अधिक स्थलों पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें कार्यालय परिसरों, निर्माण स्थलों, राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों, टोल प्लाजाओं, बस स्टॉपों, फ्लाईओवरों, सड़क किनारे ढाबों एवं सार्वजनिक सुविधाओं को शामिल किया गया। इन प्रयासों के माध्यम से न केवल सरकारी परिसरों को स्वच्छ बनाया गया, बल्कि सड़क यात्रा से जुड़े नागरिकों को बेहतर और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए गए।
लंबित मामलों के निपटान में अभूतपूर्व सफलता
मंत्रालय ने लोक शिकायतों और अन्य लंबित मामलों के निपटान में भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। कुल 1,147 लोक शिकायतों और 522 लोक शिकायत अपीलों के निस्तारण में मंत्रालय ने 99 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया। साथ ही, 730 सांसद संदर्भों में से 671 (92 प्रतिशत) का निपटान किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय से प्राप्त 13 संदर्भों में से 10 का भी सफलतापूर्वक निपटारा किया गया।
इनके अतिरिक्त, कार्यालय परिसरों में स्थान प्रबंधन और सौंदर्यीकरण के अंतर्गत 220 वर्ग फुट से अधिक स्थान को मुक्त कराया गया तथा 640 किलोग्राम से अधिक कार्यालय स्क्रैप का निपटान किया गया। इन उपायों ने न केवल कार्यस्थल को अधिक संगठित और स्वच्छ बनाया बल्कि सरकारी संसाधनों के कुशल उपयोग का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
जनभागीदारी पर आधारित नवाचार: “गंदे एनएच शौचालय की सूचना दें और पुरस्कार प्राप्त करें”
विशेष अभियान 5.0 की सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक रही—जनता को सीधे अभियान से जोड़ने की पहल। मंत्रालय ने “गंदे एनएच शौचालय की सूचना दें और पुरस्कार प्राप्त करें” नामक एक नवाचार चैलेंज की शुरुआत की। इसके अंतर्गत नागरिकों को प्रोत्साहित किया गया कि वे टोल प्लाजा या राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित शौचालयों की सफाई में कमी पाए जाने पर सूचना दें। इस पहल का उद्देश्य जन-सहभागिता के माध्यम से स्वच्छता की निगरानी को सशक्त बनाना और राष्ट्रीय राजमार्गों को स्वच्छ एवं सुविधाजनक बनाए रखना था।
समीक्षा, निगरानी और सहयोग की पारदर्शी व्यवस्था
अभियान के प्रभावी संचालन के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव ने साप्ताहिक आधार पर अभियान की प्रगति की समीक्षा की। नोडल अधिकारी ने विभिन्न एजेंसियों से नियमित संपर्क बनाए रखा, ताकि सभी लक्ष्यों की प्राप्ति समयबद्ध तरीके से हो सके। वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्रीय निरीक्षणों के लिए भी तैनात किया गया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसरों, अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था, राष्ट्रीय राजमार्ग खंडों, टोल प्लाजाओं, फ्लाईओवरों, प्रकाश व्यवस्था और सड़क की स्थिति जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के अधिकारियों ने भी इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया।
डिजिटल और सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार
अभियान की जागरूकता को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए मंत्रालय ने डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक का व्यापक रूप से उपयोग किया। विभिन्न अभियानों, उपलब्धियों और गतिविधियों की जानकारी आम जनता तक पहुंचाई गई, जिससे अभियान को राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ।
सरकार के सुधारात्मक दृष्टिकोण की मिसाल
विशेष अभियान 5.0 ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार केवल नीतियों के निर्माण तक सीमित नहीं, बल्कि उनके प्रभावी क्रियान्वयन और निगरानी के लिए भी समान रूप से प्रतिबद्ध है। यह अभियान “स्वच्छता ही सेवा” के संदेश को सशक्त रूप से आगे बढ़ाता है और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और दक्षता की नई परिभाषा प्रस्तुत करता है।
इस उपलब्धि के साथ सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने यह साबित कर दिया है कि सुसंगठित प्रबंधन, जनभागीदारी और दृढ़ नेतृत्व के माध्यम से सरकारी तंत्र को अधिक स्वच्छ, कुशल और नागरिक-हितैषी बनाया जा सकता है।