माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश शासन के मार्गदर्शन में अलीगढ़ के मथुरा बाईपास कूड़ा प्लांट में लगे पुराने कचरे/लिगेसी वेस्ट के निस्तारण की कार्यवाही अब शुरू हो गयी है। माननीय मुख्यमंत्री जी के समक्ष बरसो पुरानी समस्या से जल्द शहर को निज़ात दिलाने का वादा महापौर प्रशान्त सिंघल व नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने किया था। महापौर व नगर आयुक्त के सार्थक प्रयास से आने वाले दिनों में अलीगढ़ की स्वच्छता में बदलाव दिखाई देने की संभावना है क्योंकि शहर में रोजाना निकलने वाले कचरे के वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण और अलीगढ़ के मथुरा बाईपास स्थित कचरा प्लांट में लगे कचरे के पहाड़(लिगेसी वेस्ट) को वैज्ञानिक ढंग से निस्तारित कराए जाने का काम अब तेज़ी से शुरू हो गया है।

बुधवार को महापौर प्रशान्त सिंघल नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा, पार्षद हाफिज अब्बासी, अंजना संजय शर्मा अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी रामानंद त्यागी व अन्य की मौजूदगी में इस महत्वपूर्ण कार्य का विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुभारंभ हुआ।
महापौर और नगर आयुक्त ने शहरवासियों से वादा किया था कि दीपावली के बाद शहर की स्वच्छता में बड़ा बदलाव लाने का प्रयास किया जाएगा। महापौर व नगर आयुक्त ने अपने वादे के मुताबिक शहर के पुराने कचरे/लिगेसी वेस्ट के वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण की कार्यवाही को संबंधित एजेंसी Ecostan Infra Pvt. Ltd., नोएडा ने शुरू करा दिया है।
नगर आयुक्त ने बताया कि अगले 15 महीनों में इस प्लांट के लगभग 10000 मीट्रिक टन कचरे को निस्तारण कराये जाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए जल्द से जल्द पूर्ण कराने का प्रयास रहेगा। कंपनी द्वारा किलमन हाई स्पीड प्रोसेसिंग मशीन जिसकी क्षमता 100 एम प्रति घंटे है, मंगाई गई है कंपनी द्वारा द्वारा प्रतिदिन 4000 से 5000 मीट्रिक टन कचरे का प्रोसेसिंग और डिस्पोजल किया जाएगा। कंपनी को निर्धारित समय सीमा में गुणवत्ता पूर्वक और निर्धारित समय सीमा पर कार्य पूर्ण करना होगा।
उन्होंने बताया कि कम्पनी की किलमेंन मशीन का ट्रायल किया गया जिसमें मशीन द्वारा 50 टन प्रति घंटा की रफ्तार से कूड़े का निस्तारण किया जा रहा है। कंपनी द्वारा कचरे के निस्तारण के उपरांत आरडीएफ सप्लाई, वेस्ट टू एनर्जी, सीमेंट प्लास्टर एवं पेपर मिल में सप्लाई में उपयोग किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा शहर में ठोस अपशिष्ट (MSW) के वैज्ञानिक निस्तारण एवं प्रोसेसिंग को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है। कंपनी को दो प्रमुख कार्य सौंपे गए हैं:
- वैज्ञानिक ढंग से पुराने कचरे (Legacy Waste) का निस्तारण, जो लगभग 1,00,0000 मीट्रिक टन (+20%) अनुमानित है।
- नवीन ठोस अपशिष्ट (Fresh MSW) की 700 टन प्रति दिन (TPD) की वैज्ञानिक प्रोसेसिंग (Design, Build, Operate Basis) पर 20+5 वर्षों की अवधि के लिए की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा लिगेसी वेस्ट के निस्तारण का काम शुरू कर दिया गया है जल्द ज़मीनी उपलब्ध होते ही कंपनी द्वारा नए कचरे के निस्तारण के लिए प्लांट लगाने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण न होने अथवा गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर अनुबंध की शर्तों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा इस परियोजना के क्रियान्वयन से शहर की स्वच्छता व कचरा निस्तारण में बड़ा सुधार होगा शहर के दागनुमा इस कचरे से नागरिको को आज़ादी मिलेगी। डंप साइटों पर जमा पुराने कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण से प्रदूषण नियंत्रण में लाभ होगा। स्वच्छता व पर्यावरण प्रभावी बनाने के दृष्टिगत माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में अलीगढ़ नगर निगम द्वारा आज ऐतिहासिक कार्य का शुभारंभ किया गया है।
महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में अलीगढ़ विकास व लोगो के विश्वास की नई परिभाषा लिख रहा है बदलता अलीगढ़-संवरता अलीगढ़ विकसित उत्तर प्रदेश@2047 की परिकल्पना को सार्थक सिद्ध करने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा यह पहल न केवल स्वच्छता मिशन को नई गति देगी बल्कि शहरवासियों को एक प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध होगी।