“मां तो बस… मां होती है”

भारतीय दर्शन की यह मान्यता है कि सृष्टि की रचना ब्रम्हा ने की हैं, जिसमें उसने…

हिरासत में इमरान-जैसी करनी वैसी भरनी

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में लोकतंत्र होने के कई भ्रम…

कुर्सी की दावेदारी में गहलोत की राजनीतिक जादूगरी 

राजनीतिक दांवपेच में महारथ हासिल अशोक गहलोत ने धौलपुर की एक सभा में अपनी राजनीतिक जादूगरी…

लिंग की परवाह किए बिना सहमत वयस्कों को अपने साथी चुनने की अनुमति दी जानी चाहिए!” – अमर सिंह 

सुप्रीम कोर्ट की नवीनतम टिप्पणी पर अपने विचार साझा करते हुए वे कहते हैं कि  "377…

मुद्दों से भटकते हुए कर्नाटक चुनाव में बजरंगबली

कर्नाटक में विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने जा रहे हैं, इन चुनावों के परिणामों का असर…

जहरीले भाषणों की दिन-प्रतिदिन गंभीर होती समस्या

कर्नाटक में चुनावों को लेकर नफरती सोच एवं हेट स्पीच का बाजार बहुत गर्म है। राजनीति…

पंखुड़ियाँ : सुगंध बिखेरती रचनाओं का सुखद संसार

कविता व्यक्ति को रचती है, एक दृष्टि देती है। एक रचनाकार अपने परिवेश से सोये कथ्य…

जीवन के संघर्ष एवं संस्कार का राग है ‘मीत बनते ही रहेंगे’

आज दुनिया विभीषिका, विध्वंस एवं विनाश की ओर बढ़ रही। मानवता, संवेदनशीलता, ..

रिश्तों और समाज की परतें खोलती ‘स्मृतियों की धूप-छाँव’

बड़ा विचित्र होता है यादों का खजाना। हजारों रंगों को अपने अंदर समेटे रहता है। कुछ…

नववर्ष के आगमन का प्रतीक है- बैसाखी

भारत त्योहारों का देश है. यहां हर दिन एक त्योहार होता है जो कि उस दिन…

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