समता मधुरस घोल

समता और मधुरता का संचार करें, मन की आँखें खोलें। परहित में जीवन अर्पित करें, क्योंकि…

होगी निश्चित भोर

"होगी निश्चित भोर, मन के अंदर शोर कबीरा" – जीवन, प्रेम, संघर्ष और समाधान पर आधारित…

रहे चाहते देह को

यह कविता माया, मोह और स्वार्थ के बंधनों को तोड़कर सतगुरु की शरण में जाने व…

टीचर जी: प्रमोद दीक्षित मलय

यह कविता शिक्षक जी के अनुशासन, मेहनत और बच्चों के प्रति समर्पण को दर्शाती है। वे…

सुनो शिक्षको :  प्रमोद दीक्षित मलय

सुनो शिक्षको ध्यान से सुनो बच्चों के पास जाने से पहले फेफड़ों से निकाल फेकों ठहरा…

उसे कुछ नहीं आता: प्रमोद दीक्षित मलय

शिक्षक, सहपाठी और बच्चे, सभी कहते हैं, उसे कुछ भी नहीं आता, नहीं सीखना है उसे…

सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” को नेपाल द्वारा अंतर्राष्ट्रीय हिंदी “काव्य शिरोमणि सम्मान” प्राप्त

नगर के प्रतिष्ठित साहित्यकार सुरेश सिंह बैस "शाश्वत" को शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय फाउंडेशन लुम्बिनी, नेपाल द्वारा…

राम नाम ही सत्य है 

सांच राम कौ नाम है, जानत है संसार। मोह जगत कौ झूठ है,राम नाम दे तार।।…

बदलता ही नहीं

दो साल से, खरीदकर रखा हूं, पांच रुपए वाला नमकीन का एक पैकेट।...

पश्चाताप – दुर्गेश्वर राय

पेड़ की वो मोटी जड़, निर्निमेष निहारती रहती है फलों को,...

Translate »