केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) दिल्ली पूर्व आयुक्तालय ने 21-22 मार्च, 2025 को जीएसटी पंजीकरण अभियान सफलतापूर्वक संपन्न किया, जिसका उद्देश्य व्यापारियों और निर्माताओं को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली में पंजीकृत कर अनुपालन बढ़ाना था।

व्यापारियों को मुख्यधारा में लाने की पहल
इस अभियान के तहत, सीजीएसटी दिल्ली पूर्व आयुक्तालय के अधिकार क्षेत्र में आने वाले अपंजीकृत व्यापारियों और निर्माताओं को कर व्यवस्था का हिस्सा बनने और जीएसटी के नियमों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। अभियान के तहत निम्नलिखित प्रमुख व्यापारिक स्थलों को शामिल किया गया:
- हल्लान चौक, पुराना सीलमपुर
- गोले बैठक, पुराना सीलमपुर
- जाफराबाद का जैकेट मार्केट
- सुभाष रोड, गांधी नगर
- नया सीलमपुर
इन स्थानों पर विशेष जीएसटी हेल्पडेस्क स्थापित किए गए, जहां व्यापारियों की शंकाओं का समाधान किया गया और उन्हें पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करने में सहायता प्रदान की गई।

व्यापारिक समुदाय की सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस पहल को स्थानीय व्यापारियों और निर्माताओं से जबरदस्त समर्थन मिला। बड़ी संख्या में ऐसे व्यवसायी जो पहले अपंजीकृत थे और नकद लेन-देन पर निर्भर थे, वे जीएसटी प्रणाली के अंतर्गत आने के लिए प्रेरित हुए। नकद लेन-देन से निकलकर औपचारिक अर्थव्यवस्था में शामिल होना, देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभियान के दौरान, 2,000 से अधिक व्यापारियों की शंकाओं का समाधान किया गया, जबकि 100 से अधिक जीएसटी पंजीकरण आवेदन मौके पर ही भरे गए।
छात्रों ने निभाई अहम भूमिका
अभियान की जागरूकता गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, 200 विश्वविद्यालय छात्र इस पहल में जीएसटी राजदूत के रूप में शामिल हुए। इन छात्रों ने व्यापारियों से सीधे संवाद किया, उनकी शंकाओं का समाधान किया और जीएसटी प्रणाली के लाभों के बारे में जानकारी दी।
छात्रों को 10 सहायक आयुक्तों/ उपायुक्तों और 80 से अधिक जीएसटी अधिकारियों की एक विशेष टीम द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने:
- दुकान-दुकान जाकर व्यापारियों को जीएसटी के बारे में समझाया
- निर्धारित प्रश्नावली की सहायता से सर्वेक्षण किया
- घर-घर जाकर प्रचार अभियान चलाया
- हिंदी और उर्दू में प्रकाशित 7,500 से अधिक पर्चे वितरित किए
नुक्कड़ नाटक और सार्वजनिक घोषणाओं के ज़रिए जागरूकता अभियान
व्यापारियों और नागरिकों तक बेहतर ढंग से पहुंचने के लिए, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) की टीम द्वारा विभिन्न स्थानों पर:
- नुक्कड़ नाटक
- मोहल्ला अभियान
- सार्वजनिक घोषणाएं
आयोजित की गईं, जिनमें कर भुगतान के महत्व और न चुकाने के दुष्परिणामों को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया।
अभियान की ऐतिहासिक सफलता
इस व्यापक प्रयास ने असंगठित क्षेत्रों में व्यापारियों को औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया। यह न केवल कर अनुपालन को मजबूत करेगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता और पारदर्शिता की दिशा में आगे ले जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों का नेतृत्व और मार्गदर्शन
यह अभियान सीजीएसटी दिल्ली पूर्व के आयुक्त श्री पवन कुमार और अतिरिक्त आयुक्त श्री पारस शंखला के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस दौरान श्री ज्योतिरादित्य (अतिरिक्त आयुक्त), श्रीमती अनु जोशी (उपायुक्त), श्री मिंगमा शेरपा (उपायुक्त), श्री अंशुमान यादव (सहायक आयुक्त), श्री के. के. सिंह (सहायक आयुक्त), श्री मौजूद सिद्दीकी (सहायक आयुक्त), श्री ओ. पी. मीणा (सहायक आयुक्त) और सुश्री अक्षिता श्रीवास्तव (सहायक आयुक्त) ने अभियान की प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समापन समारोह और आगे की योजना
अभियान का समापन करदाता सेवा महानिदेशालय (डीजीटीएस) के महानिदेशक श्री महेश कुमार रस्तोगी की अध्यक्षता में हुआ। इस दौरान उन्होंने:
- $5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कर प्रणाली के औपचारिकीकरण की भूमिका पर प्रकाश डाला।
- अगले चरणों में इस पहल को अन्य क्षेत्रों और राज्यों तक विस्तारित करने की जरूरत पर जोर दिया।
- सभी व्यापारियों, स्वयंसेवकों, और अधिकारियों को उनकी प्रतिबद्धता और योगदान के लिए सराहा।
आगे भी जारी रहेगा यह प्रयास
सीजीएसटी दिल्ली पूर्व आयुक्तालय ऐसे अभियानों को भविष्य में भी जारी रखने के लिए संकल्पित है, ताकि देश के हर व्यापार को औपचारिक अर्थव्यवस्था से जोड़ा जा सके। यह पहल भारतीय व्यापार क्षेत्र में अधिक पारदर्शिता, जवाबदेही और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर साबित होगी।