आज युवा पीढ़ी ने इंटरनेट पर सोशल साइट के सहारे अपनी एक अलग दुनिया बना ली है. सोशल साइट की दुनिया आज हमारे-आपके बीच एक अहम हिस्सा बन गया है। इसी कारण आज काफी हद तक खासकर युवाओं की दुनिया वास्तविक न होकर काल्पनिक हो गई है। उनके काम-काज से लेकर उनका फ्रेंड सर्किल भी काल्पनिक हो गया है। भारत में सोशल साइट जैसे ऑरकुट से हुई शुरूआत फिर फेसबुक, ट्व्यूटर आदि काफी तेजी से फैलता जा रहा है और आने वाले समय यह स्पीड और भी अधिक होगी। लेकिन लैडिज, सावधान हो जाए! आपने कभी सोचा है कि सामने वाले को अच्छे से पता है कि एक सोशल साइट डेटिंग के लिए क्या सबसे जरूरी है। आप जिस व्यक्ति से कनेक्ट होने वाले हैं, क्या वे जो दिख रहा है, वे वैसा ही है? तो इसको जांचने के लिए आपको किसी जासूस की जरूरत नहीं है। उसकी प्रोफाइल में गप्पी साइन्स या फेक प्रोफाइल से आप आराम से पता कर सकते है। फिर इंतजार किस बात का है तैयार हो जाए उसकी ऑनलाइन प्रोफाइल की डिकोडिंग करने के लिए और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिएः-
प्रोफाइल पर दिए नाम का ध्यान रखें
हमेशा सबसे पहले नाम का जरूर ध्यान रखें। अगर उसमें कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग हो जैसे कूल या स्डूटें, तो निश्चित रूप से उसे नजरांदाज करें और उससे दूर भी रहें। विश्वास करें, वे पक्का ना तो स्डूटे हो और न ही कूल। मजाकिया और आक्रामक स्क्रीन के नाम को देखकर उससे एक मील दूर ही रहे। एक अच्छा स्क्रीन पर नाम होने के साथ ही उस व्यक्ति का वास्तविक जीवन में भी अच्छे होने की संभावना रहती है।
फोटो से सतर्क रहें
दोस्ती करने से पहले सामने वाले की प्रोफाइल फोटो को ध्यान से देखें। कहीं वे कटी-छटी तो नहीं है कहीं से। या फिर क्या वे सामरिक दृष्टि से स्वयं खींची गई है या फिर बनाई गई हो? यदि उसके प्रोफाइल फोटो में डोले-शोले या उसके टैटू-शैटू लगा रखी हो तो उसे कोसों दूर भागे। चूंकि यदि आपने ऐसी फोटो को देखते हुए भी दोस्ती को स्कीकारा तो यह आपके लिए पहाड़ से गिरने वाली बात होगी। उसकी फोटो से उसके ओंछे पन का पता चलता है। वह कहते है फास्ट इम्प्रेशन इज द लास्ट इम्प्रशन, बस वही प्रोफाइल फोटो भी आपका पहला इम्प्रेशन की ही छाप होता है, तो सुरूचिपूर्ण ढंग से देखने के लिए अच्छी तरह तैयार हो जाए न की हड़बड़ाहट में तय करें।
पूरी प्रोफाइल चेक करना है जरूरी
उसका पूरा प्रोफाइल पढ़े। क्या उसने हर फिल्ड को भरने में समय लिया है? क्या उसने यादृच्छिक शब्दों के साथ या फिर पूर्ण वाक्यों में जवाब दिया है? पूर्ण वाक्य का होना एक अच्छा संकेत हैं कि सामने वाला व्यक्ति समझदार और भाषा का कमान रखना जानता है। बल्कि एकल शब्दों का इस्तेमाल कर रहा व्यक्ति आम मनोवृत्ति का संकेत देता है। अब यह आप तय करें कि आपको क्या पंसद है।
पंसद-नापंसद मिलना भी है जरूरी
उनकी पंसदों के देखें कि उसने कैसी और किन चीजों को लाइक कर रखा है। क्या वे आपसे मेल खाता है? अगर उसके छुट्टी बिताने का तरीका आराम से सोफे पर लेटकर या बैठकर फिल्म देखने या फिर गप्पे मारने से होता है जबकि आपको छुट्टियों में कुछ तुफानी या मजेदार करने का शौक है तो यकीनन वह आपके लिए नहीं है। विपरीत आकर्षण हमेशा लुभाता है लेकिन अगर जो आपको पंसद है, वे उसकी पंसद नहीं बनी तो यह कहना गलत नहीं होगा ही आपको एक बोरिंग व्यक्ति मिलेगा जिससे आपके संबंध भी बोरिंग ही हो जाएगें।