डाक विभाग ने स्वच्छता और सुशासन के लिए 2 अक्तूबर से 31 अक्टूबर 2022 तक विशेष अभियान 2.0 चलाया और बाद में नवम्बर 2022 से अगस्त 2023 तक प्रत्येक महीने इसे जारी रखा गया।
वर्तमान में विभाग अक्टूबर 2023 में विशेष अभियान 3.0 के दौरान पिछले 10 वर्षों में स्वच्छता पर अपने प्रयासों को चरम पर पहुंचाने की दिशा में काम कर रहा है। राष्ट्रीय डाक सप्ताह के हिस्से के रूप में, अभियान के दौरान अनेक “जनभागीदारी” पहलों की भी योजना बनाई गई है।
विभाग की स्थायी प्रतिबद्धता ग्राहकों के लिए सेवा माहौल और अपने कर्मचारियों के लिए कामकाजी माहौल में सुधार करने की है। इसने अनेक हरित कार्य प्रणालियों को अपनाया है और भारतीय डाक से जुड़े सेवा अनुभव को बेहतर बनाने के प्रयास में अपने सीमित संसाधनों का अभिनव उपयोग किया है। अपनी मजबूत स्थिति के साथ और व्यापक नागरिक इंटरफ़ेस के साथ, एक “जनभागीदारी” दृष्टिकोण इसके सभी विशेष कार्यक्रमों में समाया हुआ है।
विशेष अभियान 2.0 की उपलब्धियाँ
विशेष अभियान 2.0 को 2 से 31 अक्टूबर, 2022 तक डाक भवन स्थित डाक मुख्यालय और देश भर में फैले सभी 24,000 क्षेत्रीय उप डाकघरों में लागू किया गया था, जिसमें देश के सुदूरवर्ती इलाकों को भी शामिल किया गया था। विशेष अभियान के दौरान कुछ उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं जो अगस्त 2023 तक की आगामी अवधि के दौरान जारी हैं:
- 840 ई-फाइलें बंद।
- लगभग 6 लाख फाइलों को हटा दिया गया है।
- अक्टूबर 2022 में 24000 साइटों को और नवंबर 2022 से अगस्त 2023 के बाद स्वच्छता कार्यों में 6713 साइटों को साफ किया गया।
- स्क्रैप के निपटान से लगभग 2.9 करोड़ का राजस्व अर्जित हुआ।
- 2,90,000 से अधिक जन शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है।
- लगभग 1,13,289 वर्ग फुट जगह खाली कराई गई है।
इस अवधि में लागू की गई सर्वोत्तम कार्य प्रणालियां :
• सीलिंग वैक्स को बंद करना – सीलिंग वैक्स, जो पहले मेल बैगों को सुरक्षित करने के लिए उपयोग किया जाता था, को चरणबद्ध तरीके से हटा दिया गया और इसकी जगह पर्यावरण-अनुकूल, पुनर्चक्रण योग्य सील्स का प्रयोग किया गया है। इस परिवर्तन को सभी मेल कार्यालयों में सफलतापूर्वक लागू किया गया है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूक पहल का प्रतीक है। इसने न केवल हमारे पर्यावरण को संरक्षित किया बल्कि हमारे कर्मचारियों के स्वास्थ्य की भी रक्षा की।
• दीवार पर कला के माध्यम से स्वच्छता संदेश का प्रसार – इस अवधि के दौरान, स्थानीय संस्कृति के अनुरूप स्वच्छता संदेश देने के लिए कुल 888 दीवारों को चित्रित किया गया।
• डाकभवन में सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना- डाक भवन की छत पर सौर पैनलों की स्थापना से बिजली बिल में उल्लेखनीय कमी आई है, साथ ही हर महीने लगभग 4 लाख की बचत हुई है।
• कोलकाता में पार्सल कैफे -कोलकाता जीपीओ के भीतर एक पूरी तरह से संचालित कैफे को पुरानी सॉर्टिंग टेबल सहित बेकार वस्तुओं का उपयोग करके रचनात्मक रूप से सुसज्जित किया गया है। इस अद्वितीय कैफे में ग्राहकों के लिए एक पार्सल पैकेजिंग इकाई भी शामिल है।
अगले कदम:
विभाग में स्वच्छता पहलों के कार्यान्वयन के दस वर्षों के साथ विशेष अभियान 3.0 विशेष होने की उम्मीद है क्योंकि विभाग अपने पिछले प्रयासों को समेकित करेगा और उन पहलों पर प्रकाश डालते हुए भविष्य के लिए एक रोड मैप भी तैयार करेगा जिन्हें राष्ट्रीय डाक नेटवर्क में सभी हितधारकों के समर्थन के साथ अगले कुछ वर्षों में लागू किया जा सकता है। डाकघरों के आसपास प्रत्येक सामाजिक-भौगोलिक समुदाय के संदर्भ में हितधारकों के साथ परामर्श और सहयोगात्मक कार्रवाई का आयोजन इंडिया पोस्ट के केंद्रित “जन चेतना” और “जन भागीदारी” कार्यों के हिस्से के रूप में किया जाएगा।