दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर! अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा सीट से करारी हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी के परवेश वर्मा ने उन्हें 1,200 वोटों से हराया, जबकि कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे स्थान पर रहे।

AAP के लिए यह चुनाव बेहद निराशाजनक रहा, क्योंकि मनीष सिसोदिया ने जनकपुरी सीट से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली थी। इस करारी शिकस्त के बाद AAP के भविष्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर जब केजरीवाल और सिसोदिया दोनों ही शराब घोटाले में फंसे हुए हैं।
परवेश वर्मा बने ‘जायंट स्लेयर’
बीजेपी के परवेश वर्मा को ‘जायंट स्लेयर’ यानी दिग्गज नेता को हराने वाला कहा जा रहा है। जीत के बाद उन्होंने मतदाताओं का धन्यवाद किया और दिल्ली में ‘डबल इंजन’ सरकार की बात कही, जिसका मतलब केंद्र और राज्य में बीजेपी की मजबूत पकड़ से है। वे जल्द ही गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने वाले हैं।
परवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा भी दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, ऐसे में उन्हें दिल्ली की राजनीति में भविष्य का बड़ा चेहरा माना जा रहा है।
केजरीवाल के लिए सबसे बड़ा झटका!
अरविंद केजरीवाल 2013 से लगातार नई दिल्ली सीट जीतते आ रहे थे, जब उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेता और तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर दिल्ली की सत्ता में धमाकेदार एंट्री की थी। लेकिन इस बार नतीजे कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।
इस चुनाव में केजरीवाल छवि संकट से जूझ रहे थे। शराब नीति घोटाले में नाम आने के बाद उनकी छवि को बड़ा झटका लगा, जिस पर बीजेपी ने लगातार हमले किए। साथ ही दिल्ली की जर्जर होती इन्फ्रास्ट्रक्चर, यमुना जल विवाद और कई अन्य मुद्दों पर कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ने उन्हें घेरा।
AAP के लिए एकमात्र राहत – आतिशी की जीत
AAP के लिए थोड़ी राहत की खबर आई, जब आतिशी ने बीजेपी के रामेश बिधूड़ी को हरा दिया। लेकिन इससे AAP की बड़ी हार का दर्द कम नहीं हो सका।
केजरीवाल का ‘भविष्यवाणी’ वीडियो हुआ वायरल
चुनाव नतीजों के बाद 2023 का एक पुराना वीडियो फिर से वायरल हो रहा है, जिसमें केजरीवाल ने PM मोदी को चुनौती देते हुए कहा था,
“मोदी जी, आपको हमें हराने के लिए एक और जन्म लेना पड़ेगा!”
लेकिन अब दिल्ली की जनता ने उन्हें नकार दिया है, और यह हार AAP के अंत की शुरुआत मानी जा रही है।