महापौर प्रशांत सिंघल व नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा द्वारा शहर की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक पहचान को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। नादा पुल रोड से आगे बनने वाले भव्य “अलीगढ़ द्वार” का शिलान्यास आज महापौर प्रशांत सिंघल एवं नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने विधिवत पूजा-अर्चना कर किया। इस स्वागत द्वार के निर्माण पर लगभग एक करोड़ पच्चीस लाख रुपये की लागत आएगी।

अलीगढ़ द्वार लगभग 60 मीटर लंबा, 25 मीटर चौड़ा और 7.2 मीटर ऊँचा होगा। यह द्वार न केवल अलीगढ़ आने वाले लोगों का स्वागत करेगा, बल्कि शहर की पहचान “ताला और तालीम” की नई मिसाल भी पेश करेगा। दिल्ली और नोएडा की तर्ज पर बनाया जाने वाला यह द्वार, प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह अहसास दिलाएगा कि वह शिक्षा और सुरक्षा (लॉक इंडस्ट्री) की धरती अलीगढ़ में प्रवेश कर रहा है।
महापौर ने कहा
अलीगढ़ की पहचान देश और दुनिया में ताला उद्योग और शिक्षा नगरी के रूप में है। इस स्वागत द्वार का निर्माण हमारी सांस्कृतिक धरोहर और गौरवशाली इतिहास को और सशक्त करेगा। आने वाले समय में जब भी कोई व्यक्ति अलीगढ़ की धरती पर कदम रखेगा तो यह भव्य द्वार उसे यहां की परंपरा और प्रगति का संदेश देगा।
नगर आयुक्त ने कहा
नगर निगम अलीगढ़ लगातार शहर के बुनियादी ढांचे को आधुनिक स्वरूप देने के लिए कार्य कर रहा है। इसका एक सशक्त उदाहरण है। स्वागत द्वार परियोजना के अंतर्गत शहर के छह प्रमुख एंट्री मार्ग पर अलीगढ़ स्वागत द्वार बनाने की कार्य योजना है इस श्रृंखला के क्रम में पहले नादा पुल बाईपास पर अलीगढ़ द्वारा बनाया जा रहा है 60 मीटर की लंबाई और 25 मीटर चौड़ाई में निर्मित यह द्वार न केवल वास्तु दृष्टि से भव्य होगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए अलीगढ़ की पहचान को संजोने का कार्य करेगा।
उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि अलीगढ़ आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को शहर के प्रवेश द्वार पर ही गर्व और आत्मीयता का अनुभव हो। यह द्वार न केवल शहर की खूबसूरती बढ़ाएगा बल्कि अलीगढ़ में प्रवेश करने पर गर्व का अहसास भी दिलाएगा।