शहर की स्वच्छता को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयासरत नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने स्वच्छता के प्रति लोगों की भावनाओं और व्यवहार को परिवर्तित करने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण निर्णय लिया है क्योंकि कई बार देखने को मिला है कि जुर्माना की कार्रवाई करते लोगों के पास धनराशि नही होने के कारण नगर निगम को जुर्माना देने में परेशानी का सामना करना पड़ता है पिछले दिनों नगर आयुक्त भी अपने निरीक्षण में इस व्यापारियों दुकानदारों और नागरिकों की बड़ी समस्या से रूबरू हुए थे।

नगर आयुक्त ने इस संबंध में नगर निगम के सभी अधिकारियों व कार्मिको को महत्त्वपूर्ण कार्यालय आदेश जारी किया है इस आदेश के तहत नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत गंदगी फैलाने, प्रतिबंधित पॉलीथिन के उपयोग तथा अन्य प्रकरणों पर की जा रही चालान कार्रवाई को अब डिजिटलाइजेशन के दायरे में लाया जाएगा
नगर आयुक्त ने बताया कि नई व्यवस्था के क्रम में नगर निगम क्षेत्रान्तर्गत गंदगी करने, प्रतिबंधित पॉलिथीन का उपयोग करने आदि प्रकरणों पर किये जा रहे चालान की मैनुअल व्यवस्था को डिजीटलाइजेशन कराये जाने के दृष्टिगत समस्त स्वच्छता एवं खाद्य निरीक्षक अपने-अपने आवंटित क्षेत्र में चालान किये जाने के उपरान्त उस सम्पत्ति का पी०टी०आई०एन० नम्बर क्षेत्रीय कर संचायक से समन्वय स्थापित करते हुए चालान बुक में इंगित करायेंगे। तदोपरान्त कर अधीक्षक उन चालान धनराशि को सम्पत्ति कर के बिल में इंद्राज कराते हुए बिल वितरित कराकर वसूलयाबी कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
नगर आयुक्त ने कहा अलीगढ़ को स्वच्छ बनाने की दिशा में सभी वर्गों और सभी संगठनों का सहयोग बेहद जरूरी है शहर की स्वच्छता को बेहतर बनाने की दिशा में नगर निगम अलीगढ़ लगातार प्रयासरत है सहयोग की भावना से नगर निगम का सहयोग करें गंदगी ना करें और ना ही अपने आसपास होने दे तो निश्चित रूप से शहर की स्वच्छता में बदलाव आएगा।