डॉ. घनश्याम सिंह महाविद्यालय एवं बजाज फिनसर्व के संयुक्त तत्वावधान में ‘राष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता अभियान’ के तहत एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और कर्मचारियों को विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन और ऑफलाइन धोखाधड़ी के बारे में जागरूक करना और उन्हें इनसे बचने के उपाय बताना था।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के श्री विदुष सक्सेना ,सी.ओ.साइबर सेल,वाराणसी उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में साइबर क्राइम, एटीएम फ्रॉड, लॉटरी स्कैम, फिशिंग, और अन्य नवीनतम धोखाधड़ी के तरीकों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, “आज के डिजिटल युग में, हर व्यक्ति को जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है। किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक करने या अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे OTP या बैंक विवरण, किसी के साथ साझा करने से पहले हमेशा सतर्क रहें।”उन्होंने विद्यार्थियों को सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के तरीके बताए। एटीएम क्लोनिंग और यूपीआई से जुड़ी धोखाधड़ी से बचने के लिए बरती जाने वाली सावधानियों पर जोर दिया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अपनी बात रखते हुए
साइबर सेल विशेषज्ञ विराट सिंह ने धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं पर गहन चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि अधिकतर लोग साइबर जागरूकता को गंभीरता से नहीं लेते। उनकी यह धारणा कि “मेरे साथ ठगी नहीं हो सकती” अक्सर उन्हें ही ठगी का शिकार बना देती है। विशेषज्ञ के अनुसार, जागरूकता का अभाव ही लोगों के ठगे जाने का मुख्य कारण है।आजकल डिजिटल अरेस्ट,डार्कवेब से डेटा चोरी,ऑनलाइन जॉब फ्रॉड,सोशल मीडिया पर नौकरी का झांसा जैसे नए- नए तरीकों से साइबर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्रबंधक नागेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि धोखाधड़ी से बचने का सबसे अच्छा तरीका निरंतर खुद को शिक्षित करना और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करना है।

महाविद्यालय के प्रशासक संजीव कुमार सिंह एवं प्राचार्य डॉ.आनंद सिंह ने इस जागरूकता अभियान के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय का उद्देश्य केवल शिक्षा देना नहीं, बल्कि छात्रों को एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनाना भी है। उन्होंने भविष्य में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
इस संगोष्ठी में सब इंस्पेक्टर आकांक्षा सिंह, निकिता सिंह, जितेंद्र सिंह, बजाज फाइनेंस के रिस्क कंटेनमेंट यूनिट से शशिकांत तिवारी, जय वर्मा के साथ ही महाविद्यालय के डॉ ज्योति सिंह, डॉ विपुल कुमार शुक्ला, डॉ विवेकानंद चौबे, डॉ विनीत कुमार सिंह, डॉ देवेंद्र कुमार पांडेय, डॉ जूही श्रीवास्तव, उपेंद्र सिंह यादव सहित अन्य प्राध्यापक, कर्मचारीगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग के अरविंद चौबे ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ संदीप राय ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने इन जानकारीयों की उपयोगिता के महत्व को समझा। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता अभियान को एक मजबूत आधार प्रदान करने की दिशा में एक सफल कदम रहा।