अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत में आयोजित G20 बैठक के बाद ना केवल व्यापार और उद्योग बल्कि पूरे देश में हर क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होंने कहा कि G20 और चंद्रयान की सफलता, मिशन आदित्य और लोक सभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण, इन चारों घटनाओं ने पूरे देश में एक नई ऊर्जा का संचार किया है। उन्होंने कहा कि आज का ये कार्यक्रम अमृतकाल की शुरूआत के समय हो रहा है। आज़ादी से अब तक देश ने 75 सालों की यात्रा की है और हर क्षेत्र में इन 75 वर्षों में देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। श्री शाह ने कहा कि इन 75 वर्षों में सबसे बड़ी उपलब्धि रही कि लोकतंत्र की जड़ें गहरी करने में हमें एक देश के नाते सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को दिखाया है कि नीति के मामले में गवर्नमेंट एक अनवरत प्रक्रिया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान कहा था कि पिछले 75 वर्षों की उपलब्धियों के गौरवगान के साथ-साथ हमें 2047 में आज़ादी के 100 वर्ष पूरे होने पर देश कहां होगा, इसके लक्ष्य भी तय करने हैं और उन्हें सिद्ध भी करना है। उन्होंने कहा कि इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने 75 से 100 वर्षों की इस यात्रा को अमृतकाल कहा है जो संकल्प लेने और उसे सिद्धि में परिवर्तित करने का समय है। श्री शाह ने कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के भारत का निर्माण करना चाहते हैं कि जब देश की आज़ादी की शताब्दी हो तब भारत हर क्षेत्र में दुनिया में सबसे आगे हो। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा, सबसे अधिक आबादी वाला और सबसे अधिक इंजीनियर्स, डॉक्टर्स, टेक्नोक्रेट्स वाला देश भारत है। यहां लोकतंत्र भी है, टीमवर्क भी है और अब मोदी जी के नेतृत्व में नीति निर्धारण भी बहुत अच्छे से हो रहा है।
श्री अमित शाह ने कहा कि PHD Chamber of Commerce and Industry आने वाले वर्षों में देश के ट्रेड और इंडस्ट्री की दिशा और दशा को निर्धारित करने में निर्णायक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम की थीम इस समय के अनुसार बहुत उपयुक्त है। PHD Chamber of Commerce and Industry देशभर के छोटे-बड़े डेढ़ लाख से अधिक उद्योगों का प्रतिनिधित्व करता है और एक प्रकार से Voice of Industry and Trade के रूप में इसे जाना भी जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लक्ष्य रखा है कि 2047 में भारत संपूर्ण विकसित राष्ट्र हो, 2026 में भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो और 2027 में हम 5वें से तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएं।
इन तीनों लक्ष्यों को सिद्ध करने में इंडस्ट्री की बहुत बड़ी भूमिका है। ट्रेड और इंडस्ट्री एक प्रकार से देश की इकोनॉमी का हृदय होता है जहां से पूरी अर्थव्यवस्था को ऊर्जा मिलती है। मोदी जी की नीतियों से आए बदलाव के कारण आज हर जगह India’s Moment की बात होती है और पूरे विश्व में भारत को ‘वाइब्रेंट स्पॉट’ के रूप में जाना जाता है। उन्होने कहा कि पिछली तिमाही में हमारी अर्थव्यवस्था 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी और मुद्रास्फीति को भी 40 महीनों के न्यूनतम स्तर पर मेंटेन करने में हम सफल रहे हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पूरी दुनिया को दिए गए वसुधैव कुटुंबकम के सूत्र के अनुरूप भारत हर क्षेत्र में वैश्विक समस्याओं को हल करने में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। आज आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, सोलर अलायंस, ग्रीन एनर्जी आदि सभी क्षेत्रों में दुनिया भारत की ओऱ देख रही है और हमारे कई इनीशिएटिव्स आज पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिछले 9 वर्षों में हर क्षेत्र में भारत को बदलने का प्रयास किया है और सफल भी हुए हैं। मोदी जी ने पिछले 9 वर्षों में देश के अर्थतंत्र को एक नई दिशा और मज़बूती देने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के ये 9 साल Promise, Performance और परिणाम के रहे हैं।
श्री शाह ने कहा कि 2014 में किए गए वादों को पूरा करने के लिए पुरूषार्थ किया गया जिसका हमें बहुत अच्छा परिणाम मिल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत 10 साल तक विश्व की 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था रहा और मोदी जी के नेतृत्व में पिछले 9 सालों में इस stagnation को खत्म कर हम 11वें से 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन गए हैं और 2027 तक हम दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 के लिए हमारा GDP ग्रोथ रेट का अनुमान 6.1 प्रतिशत है और इसे हासिल करने के साथ ही भारत G20 में सबसे अधिक ग्रोथ रेट वाला देश बन जाएगा। श्री शाह ने कहा कि 14 सेक्टर्स में PLI Scheme ने Make in India के स्वप्न को साकार किया है। आज पूरे विश्व के लिए उत्पादन के क्षेत्र में भारत lucrative destination बना हुआ है और विश्व की सभी कंपनियां भारत में आना चाहती हैं जो हमारे लिए बहुत सारे मौकों का सृजन करता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि 2004 से 2014 के कालखंड में कहा जाता था कि देश को पॉलिसी पैरालिसिस हो गया है लेकिन हमने पिछले 9 सालों में कई नीतियों का निर्माण किया है, और, इसी का परिणाम है कि हमारे GDP को 2.03 ट्रिलियन से 3.75 ट्रिलियन तक पहुंचाने में हमें सफलता मिली है। 2013-14 में प्रति व्यक्ति आय 68,000 रूपए थी, जो 2022-23 में बढ़कर 1,80,000 रूपए हो गई है। 2014 में Capital Expenditure 3.9 लाख करोड़ रूपए था, जिसे 2023 में मोदी सरकार ने बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रूपए तक पहुंचाने का काम किया है। हम Federal Structure में रहरहे हैं और जब तक Team India का concept ना हो तब तक इस देश का सर्वांगीण विकास हो ही नहीं सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने Team India के concept को बढ़ावा दिया और भारत सरकार द्वारा राज्यों को आवंटित राशि, जो 2004 से 2014 के बीच 30 लाख करोड़ रूपए थी, 2014 से 2023 के 9 वर्षों में 100 लाख करोड़ रूपए तक बढ़ाने का काम किया।
2004 से 2014 के बीच टैक्स संग्रह 19 लाख करोड़ रूपए था, जो 2014 से 2023 के 9 वर्षों में जो बढ़कर 70 लाख करोड़ रूपए हो गया है। देश में आज़ादी के बाद 70 सालों में 74 हवाई अड्डे बने थे, आज 148 हवाई अड्डे बन चुके हैं और ऑपरेशनल हैं। 2004 से 2014 के बीच 610 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई गई, लेकिन पिछले 9 सालों में 6,565 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने का काम हुआ है। 2014 तक देश में कुल राष्ट्रीय राजमार्ग 91,000 किलोमीटर थे, लेकिन पिछले 9 वर्षों में हमने 50,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया है। देश में इंटरनेट के बिना आज इंडस्ट्री की कल्पना भी नहीं हो सकती है, पहले cost per GB इंटरनेट 270 रुपए था, जो आज 10 रूपए per GB की दर पर उपलब्ध है। देश में 2014 में यूनिकॉर्न स्टार्टअप 4 थे, आज 115 यूनिकॉर्न स्टार्टअप के साथ भारत विश्व में प्रमुख स्थान पर खड़ा है। 2014 में स्टार्टअप 350 थे, आज एक लाख से अधिक स्टार्टअप हमारे अर्थतंत्र को गति दे रहे हैं। 2004 से 2014 तक देश में FDI 45 बिलियन डॉलर था, जो 85 बिलियन डॉलर को पार कर गया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारा खिलौनों का एक्सपोर्ट 96 मिलियन डॉलर था, उसे 2022 में 326 मिलियन डॉलर तक पहुंचाने का काम मोदी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि कोई मान नहीं सकता था कि GST कभी लागू हो सकता है, लेकिन हमारा GST लागू करने का सपना साकार हुआ और टीम इंडिया के अप्रोच के कारण जीएसटी काउंसिल में एक ही निर्णय वोटिंग से हुआ है, बाकी सारे निर्णय unanimously, irrespective of party politics हुए हैं। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विकसित साझा सोच की राजनीतिक संस्कृति के कारण अप्रैल, 2023 में जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रूपए तक पहुंचा है और मासिक औसत 1.69 लाख करोड़ रूपए है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 309 अरब डालर था, आज 593 अरब डॉलर है। उन्होंने कहा कि आज हमारा एक्सपोर्ट बढ़ा है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी ट्रेड और इंडस्ट्री के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए 39000 से ज्यादा कंप्लायंस को कई कानूनों के तहत समाप्त कर दिया गया है और 3400 लीगल प्रोविजंस को क्रिमिनल से सिविल बनाने का काम केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि ट्रेड और इंडस्ट्री के लिए देश में इससे अच्छा माहौल हो ही नहीं सकता।
श्री शाह ने कहा कि 2013-14 में देश में 127 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए थे, जो 2022 में बढ़कर 12735 करोड़ हो गए। पूरी दुनिया के रियल टाइम डिजिटल भुगतान में अकेले भारत का हिस्सा 40% है। 2014 में भारत में 50 करोड़ लोग ऐसे थे, जिनके परिवार में एक भी बैंक अकाउंट नहीं था। प्रधानमंत्री मोदी ने इन सभी को बैंक अकाउंट देकर आज 50 करोड लोगों को देश के अर्थतंत्र के साथ जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर की ओऱ देखें तो पहले 11 किलोमीटर रोड एक दिन में बनता था, अब 37 किलोमीटर बनता है।
वंदे भारत ने हमारी रेल यात्रा का पूरा कांसेप्ट चेंज कर दिया है, पहले 3 शहरों में मेट्रो थी, अब 27 शहरों में है, 10 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स सड़क पर हैं, भारतनेट, जो पहले 30000 किलोमीटर बिछाई गई थी, अब 6,20,000 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाकर हर पंचायत को ऑप्टिकल फाइबर देने का काम मोदी जी ने किया है। इंटरनेट कनेक्शन में पिछले 8 सालों में 230% की दर से वृद्धि हुई है और 2027 तक नॉर्थईस्ट के आठों राज्यों की राजधानियां रेल, रोड और हवाई मार्ग से देश के साथ जुड़ जाएंगी।
श्री अमित शाह ने कहा कि हमने लैंड पोर्ट अथॉरिटी को भी पुनर्जीवित किया है और आज हमारे सभी पड़ोसी देशों के साथ इसके माध्यम से 42,000 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ है। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक ऐसी स्थिति थी जब इस देश को पॉलिसी पैरालिसिस हो गया था। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कई नीतियां बनाईं। नेशनल पॉलिसी ऑन इलेक्ट्रॉनिक्स, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया, जीएसटी, डिजिटल इंडिया, उड़ान योजना, राष्ट्रीय क्वांटम मिशन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, न्यू एजुकेशन पॉलिसी आदि।
उन्होंने कहा कि मोदी जी द्वारा लाई गयी नई शिक्षा नीति अगले 10 सालों में भारत को विश्व के सभी विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छे डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करेगी। श्री शाह ने कहा कि आजादी के बाद यह पहली ऐसी शिक्षा नीति है जिसका किसी ने विरोध नहीं किया है। इंडियन स्पेस पॉलिसी के अंदर आमूल-चूल परिवर्तन किया है, ड्रोन पॉलिसी बनाई, आयुष्मान भारत के माध्यम से पूरे हेल्थ स्ट्रक्चर में हमने आमूलचूल परिवर्तन किया है, स्मार्ट सिटी पॉलिसी के माध्यम से हमारे अर्बन सेक्टर को स्ट्रैंथ देने का काम किया है, कमर्शियल कोल माइनिंग ने हमारे संसाधनों के एक्सप्लोरेशन के लिए कई संभावनाएं खोली हैं, ग्रीन इंडिया राष्ट्रीय मिशन आज पूरे विश्व को आकर्षित कर रहा है और स्वच्छ भारत के माध्यम से देश में लगभग 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर हमने देश के स्वास्थ्य में बहुत बड़ा सुधार करने का काम किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि विश्व के अर्थतंत्र को अगले 25 साल प्रभावित करने वाले सभी क्षेत्रों में आज भारत में अपनी जगह बना ली है। विश्व के अर्थ तंत्र को अगले 25 साल तक ग्रीन हाइड्रोजन, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल, सोलर एनर्जी, डिफेंस, ड्रोन, अंतरिक्ष, माइनिंग और ग्रीन फ्यूल एथेनॉल जैसे क्षेत्र प्रभावित करने वाले हैं। मोदी सरकार ने पिछले 9 वर्षों में इन सभी क्षेत्रों में भारत में सफलता के साथ आज हमारा आधार तैयार करने का काम किया है और अब इन सभी क्षेत्रों में परफॉर्म कर हमें विश्व में अपनी जगह बनानी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक विजन के साथ आने वाले 25 साल तक विश्व के अर्थतंत्र को प्रभावित करने वाले सभी क्षेत्रों में भारत में एक मज़बूत नींव डालने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि आने वाले 25 साल हमारे ट्रेड और इंडस्ट्री के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। भारत की इंडस्ट्री के लिए साइज और स्केल दोनों को बदलने का समय आ गया है और इस दिशा में पीएचडी चैंबर को इस इनीशिएटिव की दिशा में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी कंपनियों को मल्टीनेशनल बनने की दिशा में काम करना होगा और अब भारत की कंपनियां मल्टीनेशनल बनें, यह समय की मांग है। इसके साथ ही R&D के लिए हमें इन्वेस्टमेंट भी बढ़ाना होगा।
आज हम दाल उत्पादन में पहले स्थान पर हैं, दूध उत्पादन में दुनिया में पहले स्थान पर हैं, जूट उत्पादन में पहले स्थान पर हैं और सबसे ज्यादा रेल इंजन बनाने का कोई देश है तो भारत है। इसके अलावा मोबाइल हैंडसेट उत्पादन में आज हम दुनिया में दूसरे नंबर पर है, सीमेंट उत्पादन में दूसरे नंबर पर हैं, स्टील में दूसरे नंबर पर है, कॉटन में दूसरे नंबर पर है और चाय के उत्पादन में भी हम दूसरे नंबर पर पहुंच चुके हैं। स्टार्टअप और मोटर व्हीकल्स में हम तीसरे नंबर पर पहुंच चुके हैं, यह बताता है कि अगर हम ठान लेते हैं तो हम कर भी लेते हैं।
श्री अमित शाह ने कहा कि हमारी बैंकिंग सेक्टर को बहुत अच्छे तरीके से NPA से हमने बाहर निकाला है। एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए 9000 करोड़ रूपए का क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने टीम इंडिया का एप्रोच बनाया है, इसका मतलब भारत सरकार और राज्य सरकार नहीं है। टीम इंडिया का मतलब देश का हर किसान और हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी इंडस्ट्री मिलकर ही टीम इंडिया बनती है, और, तब जाकर 2047 में हम अपने लक्ष्य तक पहुंच पाएंगे। आज अमृतकाल की शुरुआत है, समय है संकल्प लेने का और संकल्प से सिद्धि का रोड मैप बनाने का, इसीलिए यही समय है, सही समय है।