केंद्रीय गृह मंत्री ने दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर, दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना, विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, श्री अजय कुमार मिश्रा और श्री निशीथ प्रमाणिक सहित कई गणमान्य जन उपस्थित थे।
श्री अमित शाह ने उपस्थित जनसमूह को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आज हमारे देश के पहले गृह मंत्री और ‘भारत के लौह पुरुष’ सरदार वल्लभभाई पटेल की 148वीं जयंती है और पूरा देश 2014 से हर वर्ष इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाता आ रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अंग्रेजों ने भारत को खंडित करके छोड़ दिया था और उस समय भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर वर्तमान भारत माता का मानचित्र बनाने का बेहद गौरवपूर्ण और बड़ा कार्य किया था। श्री शाह ने कहा कि यह सरदार पटेल के दृढ़ संकल्प, राष्ट्र के प्रति उनकी कर्तव्य निष्ठा और दृढ़ इरादों का ही परिणाम है जिससे आजादी के 75 वर्ष बाद भी भारत आज दुनिया के समक्ष सम्मान के साथ खड़ा है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने कश्मीर से लक्षद्वीप तक फैले इस विशाल देश को एकजुट करने में अविस्मरणीय योगदान दिया और देश उनका ऋण कभी नहीं चुका सकता। उन्होंने कहा कि इसीलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने केवड़िया में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा बनवाकर सरदार पटेल को यथोचित सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश रन फॉर यूनिटी और राष्ट्रीय एकता दिवस प्रतिज्ञा के माध्यम से राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए स्वयं को समर्पित करता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि आज इस राष्ट्रीय एकता दिवस का ऐतिहासिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के शुभारंभ के बाद यह ‘अमृत काल’ का प्रथम राष्ट्रीय एकता दिवस है। उन्होंने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से आह्वान किया है कि आजादी के 75वें से 100वें वर्ष के बीच के 25 वर्ष ‘संकल्प से सिद्धि’ के 25 वर्ष हैं।
उन्होंने कहा कि हमें ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लेना है कि देश की आजादी की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम विश्व में हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर हों। श्री शाह ने कहा कि देश के 130 करोड़ लोगों को यह संकल्प लेना है और इन संकल्पों को पूरा करने के लिए सामूहिक प्रयास राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आइए हम सब मिलकर अगले 25 वर्षों में भारत को दुनिया में प्रथम स्थान पर लाने का संकल्प लें और सरदार पटेल के सपने को साकार करने के लिए समर्पित होकर कार्य करें।”