लखनऊ: एजुकेट गर्ल्स एक गैर-लाभकारी संस्था है जो भारत के ग्रामीण और शैक्षिक रूप से कमजोर वर्ग की लड़कियों की शिक्षा के लिए समुदायों को जुटाने पर अपना ध्यान केंद्रित करती है। संस्था लड़कियों की शिक्षा तक पहुंच और गुणवत्ता में सुधार करने के लक्ष्य के साथ उत्तर प्रदेश में कार्य कर रही है। पिछले कुछ महीनों से संस्था ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर नामांकन अभियान के जरिए 37320 लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया है ।
नामांकन अभियान के लिए संस्था ने 275238 घरों मे सर्वे किया था। नामांकन अभियान में स्कूल प्रबंधन समिति की कुल 1640 बैठकों के साथ 2420 ग्राम शिक्षा सभा और मोहल्ला मीटिंग्स का आयोजन किया गया। संस्था ने यह अभियान चित्रकूट, कौशांबी, बांदा, फतेहपुर, रायबरेली, उन्नाव, सोनभद्र, प्रयागराज, भदोही, मिर्जापुर, महाराजगंज, कुशीनगर,बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर जिलों में प्रशासन की अमूल्य मदद से सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है।
एजुकेट गर्ल्स संस्था के ऑपरेशन्स हेड विक्रम सिंह सोलंकी ने कहा, “संस्था शिक्षा से वंचित बालिकाओं को स्कूल से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार और प्रशासन के साथ एक सहज साझेदारी के माध्यम से, शिक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने और नामांकन बढ़ाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया था। परिणामस्वरूप, हम इस अभियान के माध्यम से शिक्षा से वंचित लड़कियों को सफलतापूर्वक प्रेरित कर सकें।”
संस्था गांव स्तर पर मोहल्ला बैठक, बाल सभा और घर-घर संपर्क अभियान चलाते है और नामांकन संबंधी जरूरी दस्तावेज बनाने में मदद करती है। संस्था ने समुदाय को जागृत करने के लिए और नामांकन गतिविधियों की जानकारी देने के लिए शिक्षा रथ चलाए और गांव स्तर पर आधार कैम्प का आयोजन किया था। संस्था के फील्ड कोऑर्डिनेटर, टीम बालिका स्वयंसेवक और कर्मचारियों ने नुक्कड़ नाटक और जागृत रैली के माध्यम से समुदाय को शिक्षा से वंचित बालिकाओं का नामांकन करने के लिए प्रोत्साहित किया।