त्योहारों के मौसम में वातावरण उत्साह पूर्ण होता है और लोग त्योहारों को उल्लास और उत्साह के साथ मनाने के लिए उत्सुक होते हैं। आज नागरिक, बाजार संघ, संस्थान, सामाजिक और धार्मिक संगठन त्योहारों के स्वागत के लिए तैयार हैं। इस मौसम में स्वच्छता पर ध्यान केंद्रित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0, राष्ट्रीय सेवा योजना, कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज ने सस्टेनेबिलिटी पार्टनर एनजीओ, व्हाई वेस्ट वेडनेसडे फाउंडेशन के सहयोग से ‘स्वच्छ दिवाली, शुभ दिवाली’ अभियान के अंतर्गत 2 दिवसीय शून्य अपशिष्ट महोत्सव- दीप महोत्सव, स्वच्छ उत्सव और मतदाता उत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में, स्वच्छ, हरित और पर्यावरण अनुकूल त्योहारों के संदेश के प्रसार के लिए स्वच्छता उपाय शामिल किए गए। इनमें कपड़े की कतरन से सजावट के सामान, बेकार कार्डबोर्ड से सेल्फी फ्रेम, आइसक्रीम स्टिक से कलाकृतियां, भोजन परोसने के लिए गन्ने की खोई से बनी प्लेट एवं कटोरा और अन्य साजो-सामान प्रदर्शित किया गया। इसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा के लिए वस्तुओं का पुन: उपयोग था। पर्यावरण अनुकूल स्टॉल लगाए गए। इस अनूठी पहल के तहत, गीले कचरे से परिसर में खाद बनाने की प्रक्रिया निधार्रित की गई। शून्य अपशिष्ट गतिविधियों की निगरानी एक प्रवर्तन दल कर रहा था।
दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र में एकता गार्डन में स्वच्छ दिवाली विषय पर दीवार सौंदर्यीकरण गतिविधि का आयोजन किया गया। सोसाइटी के स्थानीय निवासियों ने अपने छोटे बच्चों को गतिविधि में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों को दिवाली थीम से प्रेरित सुंदर दीवार चित्रों को उकेरते हुए देखा गया। दिल्ली स्वच्छ हरित दिवाली के लिए तैयार है।