अपनी माटी अपने देश का आविष्कार: बोरोसिल मानसिंह सर्विसमीटर

दिल्ली, देश की अग्रणी साहित्यिक संस्था हिंदी की गूँज के संयोजक नरेंद्र सिंह नीहार तथा सुप्रसिद्ध रसायन शास्त्री  प्रोफेसर मान सिंह (फाउंडर डीन ), स्कूल आफ केमिकल साइंस, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात से उनके महत्वपूर्ण आविष्कार बोरोसिल मानसिंह सर्विसमीटर पर एक भेंटवार्ता की। जिसमें रसायन वैज्ञानिक डॉ. मानसिंह ने अपने द्वारा आविष्कृत बोरोसिल मानसिंह सर्विसमीटर के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि यह एक स्वदेशी तकनीक है, जो एक साथ मल्टीपल जानकारी देती है।

इसके द्वारा जीवन के कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाया जा सकता है। मेकिंग इंडिया और लोकल फार वोकल के लक्ष्य को साधा जा सकता है। नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी द्वारा प्रमाणित है और सिंगापुर में इस यंत्र का पेटेंट भी करवाया गया है। भारत में बोरोसिल कम्पनी द्वारा इसका उत्पादन किया जा रहा है। इसके द्वारा लोगों के जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है ‌

डॉक्टर मानसिंह वैज्ञानिक के साथ-साथ एक शिक्षक भी हैं और उन्होंने शिक्षकों के लिए  संदेश देते हुए कहा कि सभी शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों के बारे में यह सोचना चाहिए कि हमारे पास विद्यार्थियों का  एक फ्रेश इंटेलेक्चुअल मन है और उनके दिमाग में बहुत सारी जिज्ञासाएं और रचनात्मक प्रश्न भी हैं। जिनकी मदद से हम बहुत कुछ नया कर सकते हैं और हमें निरन्तर खोजपरक रहना चाहिए।

आभासी दुनिया यानी फेसबुक के माध्यम से हुई इस भेंट वार्ता में हिंदी की गूंज संस्था के अनेकानेक सदस्यों तथा सुधी विद्वानों ने जुड़कर अपनी जानकारी में श्री वृध्दि की। अपने संदेशों के माध्यम से डा. मानसिंह और उनके योगदान की भूरि भूरि प्रशंसा की ।

डॉ. ममता श्रीवास्तवा सरुनाथ

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