कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सहयोग से आसियान में भारतीय मिशन 22 नवंबर से 26 नवंबर 2023 तक आसियान-भारत के पोषक अनाज महोत्सव 2023 का आयोजन कर रहा है। महोत्सव का उद्घाटन सत्र इंडोनेशिया के दक्षिण जकार्ता के एक प्रमुख खरीदारी स्थल कोटा कसाब्लांका मॉल में हुआ। महोत्सव के हिस्से के रूप में पोषक अनाज-केंद्रित प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है जिसमें पोषक अनाज-आधारित एफपीओ, स्टार्ट-अप और भारतीय शेफ की भागीदारी शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (आईवाईएम) समारोह के अनुरूप, इस उत्सव का उद्देश्य आसियान सदस्य देशों यानी ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के बीच पोषक अनाज और पोषक अनाज-आधारित उत्पादों के लिए जागरूकता बढ़ाना और बाजार विकसित करना है। फिलीपींस महोत्सव के दौरान, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग भारत से एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा है, जो भारतीय पोषक अनाज इको-सिस्टम से जुड़े पेशेवरों के एक विविध समूह का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें शेफ, स्टार्ट-अप, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के प्रतिनिधि, उद्योग जगत के दिग्गज, राज्य के अधिकारी और अन्य व्यक्ति शामिल हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीए एंड एफडब्ल्यू) में अपर सचिव और भारतीय प्रतिनिधिमंडल की प्रमुख डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी ने मोटे अनाजों की खेती, प्रसंस्करण और इन प्राचीन अनाजों की व्यावसायिक क्षमता के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। डीए एंड एफडब्ल्यू में संयुक्त सचिव (फसल) सुश्री शुभा ठाकुर ने एक सुरूचिपूर्ण वीडियो के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 मनाने में भारत की अग्रणी भूमिका और पोषक अनाज अपनाने को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार की पहल को प्रदर्शित किया, जिससे व्यावहारिक पैनल चर्चा के लिए पृष्ठभूमि तैयार हुई। इसके अतिरिक्त, बीपीएन के उप प्रमुख डॉ. एंड्रीको नोटो सुसांतो ने पोषक अनाज की खेती की उल्लेखनीय संभावनाओं और दक्षिण एशियाई फूड बॉस्केट में विविधता लाने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
22 नवंबर से 26 नवंबर तक चलने वाली प्रदर्शनी का उद्देश्य आसियान देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, सांस्कृतिक एवं पाक संबंधी विविधता का प्रदर्शन करना और स्वस्थ भविष्य के लिए टिकाऊ पोषक अनाज प्रथाओं को बढ़ावा देना है। प्रदर्शनी में पांच भारतीय एफपीओ अर्थात् सिटी ब्लॉक एफपीसी, जेवार्गी तालुका मिलेट्स एफपीसी, भूमित्राजलालपुर, वाम एग्रो, और लांबासिंगी ट्राइबल प्रोडक्ट्स एफपीसी, और दो स्टार्ट-अप अर्थात् तारू नेचुरल्स और सत्व मिलेट्स एंड फूड प्रोडक्ट्स (मिबल्स) भी शामिल होंगे, जो मिलेट कुकीज़, नमकीन, खाखरा, केक जैसे अनूठे पोषक अनाज युक्त उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण 23 नवंबर से 26 नवंबर तक लाइव कुकिंग कार्यशाला होगी, जहां भारत और इंडोनेशिया के सेलिब्रिटी शेफ पोषक अनाजों की पाक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे और प्रतिदिन फॉक्सटेल मिलेट ताबौलेह, मिश्रित मिलेट मठरी कैनोपी, मिलेट रिसोट्टो बाजरा दही चावल, रागी ब्राउनी और कुकीज़ जैसे व्यंजन पेश करेंगे। शेफ विनेश जॉनी, रिस्मा विद्यास्तुति, अनाहिता धोंडी, सब्यसाची गोराई और अंबिका जौहर रोजाना इस अवधि के दौरान एक नई डिश से दर्शकों का मन मोह लेंगे।
पांच दिवसीय उत्सव पोषक अनाज के बारे में जागरूकता बढ़ाने में योगदान देगा। यह 07 सितंबर 2023 को इंडोनेशिया के जकार्ता में 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में अंगीकृत संकटों की प्रतिक्रिया में खाद्य सुरक्षा और पोषण को मजबूत करने पर आसियान-भारत संयुक्त नेताओं के वक्तव्य के कार्यान्वयन की दिशा में भी एक कदम है।
अपने स्वागत भाषण में, आसियान में भारत के राजदूत श्री जयंत खोबरागड़े ने वैश्विक भूख और पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में पोषक अनाजों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इसके अतिरिक्त, इंडोनेशिया की राष्ट्रीय खाद्य एजेंसी (बदन पांगन नेशनल-बीपीएन) के प्रमुख श्री एरीफ प्रासेत्यो आदि ने जलवायु परिवर्तन की स्थिति में भविष्य के लिए पोषक अनाजों को किसान-अनुकूल और टिकाऊ भोजन विकल्प के रूप में रेखांकित किया।
पहली पैनल चर्चा, जिसका शीर्षक ‘पोषक अनाजों में आसियान-भारत सहयोग’ था, का संचालन अपर मुख्य सचिव और असम सरकार के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आशीष कुमार भूटानी ने किया और इसमें आईवाईएम 2023 के हिस्से के रूप में पोषक अनाजों को मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से की गई पहलों पर विभिन्न आसियान देशों के विशेषज्ञों के बीच बातचीत शामिल थी। पैनलिस्टों की सम्मानित सूची में राष्ट्रीय कृषि और वानिकी में अनुसंधान प्रयोगशाला समूह की प्रमुख सुश्री विलाफोन सोरिडेथ; थाईलैंड के कृषि विभाग के एक्शन इन फील्ड क्रॉप्स की विशेषज्ञ सुश्री रावीवान चुएकिटिसाक; इंडोनेशिया के केहाटी फाउंडेशन के श्री रोनी मेगवंतो और सहायक निदेशक तथा क्षेत्रीय विकास निदेशालय आसियान सचिवालय के आसियान आर्थिक समुदाय विभाग के खाद्य, कृषि और वानिकी प्रभाग प्रमुख डॉ. फाम क्वांग मिन्ह शामिल थे। गहन पैनल वार्तालाप के दौरान जिन विषयों पर चर्चा की गई उनमें ज्ञान हस्तांतरण, बीज विनिमय, बाजार विस्तार और पोषक अनाज की खेती व खपत के लिए किसानों और रसोइयों को प्रशिक्षित करने में सहयोगात्मक प्रयास शामिल थे।
एक अन्य पैनल में एपीडा के सचिव श्री सुधांशु; इंडोनेशिया मे संयुक्त राष्ट्र के एफएओ प्रतिनिधि श्री राजेंद्र आर्यल और आईटीसी के श्री तिमोर लेस्ते, श्री सचिन शर्मा, इंडोनेशिया केहाटी फाउंडेशन श्री रोनी मेगवंतो और एडवांटा सीड्स के सीईओ श्री हेरी क्रिस्टांटो शामिल थे, जिसका संचालन आईसीएआर-आईआईएमआर के निदेशक डॉ. सी तारा सत्यवती ने किया। उन्होंने पोषक अनाज के अंतर्निहित जलवायु-लचीले गुणों, छोटे किसानों के लिए लाभ, पोषक अनाजों की खेती, उससे बढ़ावा देने और पोषक अनाजों की खेती के लिए रणनीतियों के माध्यम से जलवायु परिवर्तन से निपटने की पहल पर प्रकाश डाला। ।
दिन का समापन एक मनोरम एशियाई-थीम वाले पोषक अनाज आधारित लंच के साथ हुआ, जिसमें पोषक अनाजों की बहुमुखी और पोषण संबंधी गुणों का प्रदर्शन किया गया।