1 दिसंबर विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विशेष
डॉ मनोज कुमार तिवारी
एचआईवी की पहचान के चार दशक बाद भी यह एक विश्वव्यापी समस्या बना हुआ है। एचआईवी वायरस मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है जब व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाता है तो उसे अनेक अवसरवादी संक्रमण हो जाता है इस स्थिति को एड्स कहते हैं।