नई दिल्ली: भोजपुरी भाषा को भारतीय संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल कराने हेतु भोजपुरी जन जागरण अभियान द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन डाॅ० संतोष पटेल के नेतृत्व में 17 दिसम्बर,2023 को दिल्ली के जंतर मंतर पर किया गया।
विदित हो कि भोजपुरी भाषा सोलह देशों में लगभग 25 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा है। इस भाषा को मारीशस और नेपाल में संवैधानिक मान्यता प्राप्त है। आज के हुए इस धरना की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध समाजसेवी शंकर सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि भोजपुरी भाषा को अब तक मान्यता मिल जानी चाहिए परंतु लगातार राजनीति की शिकार होती आ रही है भोजपुरी। यह भाषा बहुत ही पुरानी भाषा है। कुछ लोग इसको हिंदी की बोली बता कर संविधान में नहीं आने देना चाहते। वहीं डाॅ० संतोष पटेल ने कहा कि हम लगातार 2015 से संसद के प्रत्येक सत्र में धरना कर सरकार के गृह मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय से मांग करते आ रहे हैं। इसके बावजूद सरकार अभी तक हम पच्चीस करोड़ भोजपुरियों की भावना को नहीं समझ रही। हमें उम्मीद है कि ये सरकार भोजपुरी को जल्द ही मान्यता देगी। भोजपुरी भाषा, साहित्य और संस्कृति पर अध्यक्ष महोदय ने विस्तार से प्रकाश भी डालें।वहीं संस्था के महासचिव मुखदेव बैठा ने कहा कि हमारी आंदोलन तब तक चलती रहेगी जब तक कि सरकार हमारी बात नहीं मान लेती। हम लगातार संघर्ष करते रहेंगे। संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक मनोज सिंह ने कहा कि अभी हम शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर सरकार हमारी बात नहीं मानी तो हम सड़क पर उतरेंगे और जरुरत पड़ी तो लाखों भोजपुरियों के साथ संसद का घेराव भी करेंगे। वहीं महासचिव डा.पुष्कर ने कहा कि भोजपुरी को सामाजिक मान्यता तो बहुत पहले ही मिल चुकी है, लेकिन खेद की बात है कि अभी तक यह संवैधानिक मान्यता के लिए तरस रही।
भोजपुरी जन जागरण अभियान के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अमित कनौजिया ने कहा कि भोजपुरी भाषा क्षेत्र से आये सांसद महोदय को संसद में जोरदार तरीके से भोजपुरी की आवाज को उठाने चाहिए।उपाध्यक्ष दिल्ली प्रदेश श्री सी.के.भट्ट ने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस बार सरकार अपनी वादा को पूरी करेगी और भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता देगी ।गौतम सिंह बिहारी ,डा.विश्वजीत कुमार ने भी संवैधानिक मान्यता के लिए आवाज उठायें।
आज हुए इस धरना में शामिल लोगों में कोषाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार, राष्ट्रीय प्रवक्ता डा.मनोज कुमार, विजयलक्ष्मी उपाध्याय,अंजली शिवाय, सुधीर जायसवाल,अनुज तिवारी, मुकुल श्रीवास्तव,डा.अमरेन्द्र कुमार आर्य,सचिव दिल्ली प्रदेश संतोष यादव, सरोज ठाकुर,चन्द्रशेखर राय, जद यू नेता नागेन्द्र सिंह पटेल, राकेश सिंह, संगठन मंत्री नरेन्द्र यादव, अनिल कुमार गुप्ता, अमित कादयान,प्रवीण पंकज,शेख सुजान अली, प्रवीण सिंह,डा.मनीष सिंह,ओम प्रकाश,ओम कुमार जेएनयू , बिट्टू कुमार,संदीप कुमार समेत अनेक लोग शामिल हुए तथा सरकार से एक सूर में मांग किया कि भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता दिया जाय।
डा. पुष्कर
राष्ट्रीय प्रवक्ता,
भोजपुरी जन जागरण अभियान