विश्व पुस्तक मेले में अनिल अग्रवंशी की पुस्तक ‘हँसी रोक कर दिखाओ’ और लेखिका रिंकल शर्मा की पुस्तक ‘ 21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियाँ दिल्ली’ का भव्य विमोचन 

हिंदी काव्य और वाचिक परंपरा के एक ऐसे कवि हैं जिनके माइक पर आते ही कवि सम्मेलन का रन रेट बढ़ जाता हैः प्रवीण शुक्ला

नई दिल्लीः विश्व पुस्तक मेले में डायमंड बुक्स के तत्वावधान में पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा की उपस्थिति में भाई अनिल अग्रवंशी की पुस्तक ‘हँसी रोक कर दिखाओ’ और लेखिका रिंकल शर्मा की पुस्तक ‘ 21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियाँ दिल्ली’ का भव्य विमोचन समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, राजेश चेतन, वरिष्ठ व्यंग्यकार सुभाष चंदर, सुंदर कटारिया, विनीत पांडे, बागी चाचा के साथ-साथ अनेक वरिष्ठ कवियों और साहित्यकारों की उपस्थिति रही। 

प्रवीण शुक्ला ने कहा कि भाई अनिल अग्रवंशी हमारे हिंदी काव्य और वाचिक परंपरा के एक ऐसे कवि हैं जिनके माइक पर आते ही कवि सम्मेलन का रन रेट बढ़ जाता है। उनकी कविताएँ पठनीय भी हैं और श्रवणीय भी हैं। यह खूबी बहुत कम रचनाकारों को हासिल है। पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा ने उन्हें काका हाथरसी के बाद अग्रकुल का आज तक का सबसे महत्वपूर्ण कवि बताया। राजेश चेतन ने कहा कि भाई अनिल अग्रवंशी मेरे शहर के हैं और उन्होंने अपनी कविताओं और प्रस्तुति से भिवानी का गौरव पूरी दुनिया में बढ़ाया है। इस अवसर पर बागी चाचा तीन ’ओ मेरी गुलदायरी; और रिंकल शर्मा द्वारा ‘ 21 श्रेष्ठ नारीमन की कहानियाँ दिल्ली’ संपादित पुस्तकों का भी विमोचन हुआ। डायमंड बुक्स के चेयरमैन नरेंद्र वर्मा जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। भव्य आनंद के साथ समारोह का समापन हुआ। 

भाई अनिल अग्रवंशी ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि उनकी पुस्तक उस प्रकाशन संस्थान से प्रकाशित हुई है जिन्होंने पद्मश्री काका हाथरसी, शैल चतुर्वेदी, हुल्लड़ मुरादाबादी, ओम प्रकाश आदित्य, पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, पद्मश्री अशोक चक्रधर, प्रदीप चौबे,  अरुण जैमिनी, पसद्मश्री सुनील जोगीव, डॉ प्रवीण शुक्ल, महेंद्र अजनबी, वेद प्रकाश जैसे अनेक प्रतिष्ठित कवियों की पुस्तकें प्रकाशित की हैं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आज हास्य व्यंग्य कवियों की इस श्रृंखला में डायमंड बुक्स के साथ मेरा नाम भी जुड़ गया है। भाई अनिल अग्रवंशी ने अपनी काव्य यात्रा के दौरान उन्हें प्रोत्साहित करने वाले सभी सहयात्री कवियों का आभार भी व्यक्त किया। विश्व पुस्तक मेले में आज का दिन भाई अनिल अग्रवंशी की पुस्तक ‘हँसी रोक कर दिखाओ’ के नाम रहा। 

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