भारत के प्रधान न्यायाधीश ने सर्वोच्च न्यायालय के परिसर में आयुष समग्र कल्याण केंद्र का उद्घाटन किया

भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ ने आज सर्वोच्च न्यायालय के सहयोगी न्यायाधीशों की गरिमामय उपस्थिति में सर्वोच्च न्यायालय के परिसर में ‘आयुष समग्र कल्याण केंद्र’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आयुष, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल और आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर, सर्वोच्च न्यायालय और अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के बीच आयुष समग्र कल्याण केंद्र की स्थापना, संचालन और विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करने के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा, “मेरे लिए, यह एक संतोषजनक क्षण है। जब से मैंने सीजेआई का पद संभाला है तब से मैं इस पर काम कर रहा हूं। मैं आयुर्वेद और समग्र जीवन शैली का समर्थक हूं। हमारे पास 2000 से अधिक कर्मचारी हैं और हमें न केवल न्यायाधीशों और उनके परिवारों के लिए बल्कि स्टाफ सदस्यों के लिए भी जीवन जीने का एक समग्र स्वरूप देखना चाहिए। मैं अखिल भारतीय संस्थान आयुर्वेद के सभी डॉक्टरों का बहुत आभारी हूं।

आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और आयुष मंत्रालय के निदेशक सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक प्रोफेसर तनुजा नेसारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

सर्वोच्च न्यायालय परिसर में आयुष समग्र कल्याण केंद्र एक अत्याधुनिक सुविधा है, जो शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कल्याण के लिए समग्र देखभाल उपलब्ध कराती है। यह सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और कर्मचारियों के समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। यह सुविधा आयुष मंत्रालय के तत्वावधान में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की सक्रिय भागीदारी से स्थापित की गई है।

सर्वोच्च न्यायालय के परिसर में आयुष कल्याण केंद्र, आयुष मंत्रालय के तहत अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) के सहयोग से भारत के सर्वोच्च न्यायालय की एक पहल है। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) ने एलएबीएसएनए, सफदरजंग, आईआईटी आदि जैसे कई स्थानों पर अपने केंद्रों का विस्तार किया है, उसी तरह न्यायपालिका, न्यायाधीशों और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य कर्मचारियों के लिए भी एक समग्र और एकीकृत कल्याण केंद्र खोला जा रहा है।

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