प्रकृति के साथ तारतम्य बनाकर ही अच्छा जीवन संभव है – डॉ. मान सिंह

दिल्ली, देश की सुप्रसिद्ध साहित्यिक संस्था हिन्दी की गूंज और काव्य वृष्टि पटल के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरणीय परिचर्चा का आयोजन किया गया। आन लाइन पटल पर विषय विशेषज्ञ के रूप में सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात के फाउंडर डीन और चर्चित रसायनशास्त्री डॉ. मान सिंह की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के संयोजक सुप्रसिद्ध साहित्यकार नरेन्द्र सिंह नीहार ने कार्यक्रम का उद्देश्य और डॉ.मानसिंह का परिचय दिया। स्वस्थ जीवन शैली और पर्यावरण संरक्षण पर प्रश्न करने वालों में प्रख्यात एंकर खेमेन्द्र सिंह चन्द्रावत, शिक्षाविद-साहित्यकार डॉ ममता श्रीवास्तव और समाजसेवी एवं काव्य वृष्टि पटल की संचालिका डॉ.वर्षा सिंह प्रमुख थे। पूछे गए अधिकांश सवाल – गर्मी के बढ़ते प्रकोप, बिगड़ते मौसमी चक्र और स्वस्थ जीवन शैली की आदतों से जुड़े हुए थे। डॉ.मान सिंह ने सभी चिंताओं और शंकाओं को निर्मूल करते हुए सरल और सहज उपाय बताकर आभासी पटल को लाभान्वित किया।

देश के कोने-कोने से लोग यह कार्यक्रम देखने और सुनने के लिए जुड़े हुए थे। एंकर के माध्यम से उनकी जिज्ञासाओं को विद्वान प्रोफेसर ने बड़ी सहजता से शांत किया। लोग सवाल पर सवाल पूछे जा रहे थे और डॉ मान सिंह पूरी शिद्दत से जबाव दिये जा रहे थे। लगभग डेढ़ घंटे तक चले इस कार्यक्रम की सभी दर्शकों और श्रोताओं ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम में आभासी माध्यम से जुड़ने वालों में गिरीश चंद्र जोशी, विमला रस्तोगी, उर्मिला रौतेला, प्रमोद चौहान, संदीप राजपूत, अर्चना सिंह, अर्चना चौहान,अलका बरनवाल, नीरज कान्त, मीनू पंवार, भावेश पटेल, सत्य प्रकाश, प्रेरणा सिंह, नीरज बालियान, कृष्णा,शैली रस्तोगी, देवेंद्र कुमार आदि ने निरन्तर संदेश भेजकर कार्यक्रम को जीवंतता प्रदान की। संस्था संयोजक नरेन्द्र सिंह ” नीहार ” ने सबके प्रति आभार और कृतज्ञता ज्ञापित की।


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