केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नई दिल्ली के राजीव गांधी भवन में आयोजित योग कार्यक्रम में भाग लिया

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री किंजारापु राममोहन नायडू ने आज नई दिल्ली के राजीव गांधी भवन में आयोजित 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में नागरिक उड्डयन सचिव श्री वुमलुनमांग वुलनाम, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के महानिदेशक श्री जुल्फिकार हसन, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री संजीव कुमार और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

प्रतिभागियों को अपने संबोधन के दौरान, श्री नायडू ने कहा, “योग एक संतुलनकारी गतिविधि है जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करती है, विचारों को क्रिया के साथ जोड़ती है और व्यक्तिगत पूर्णता स्थापित करती है। शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक पहलुओं को एकीकृत करके, योग स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र मार्ग प्रदान करता है और हमारे तेज गति वाले जीवन में शांति का एक बहुत आवश्यक स्रोत है।

श्री नायडू ने योग को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के प्रधानमंत्री के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति से जुड़ी एक ऐसी मूल्यवान विरासत है जिसकी प्रसिद्धि अब विदेशों में फैल गई है। योग न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अत्यधिक लोकप्रिय हो गया है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की पहल के परिणामस्वरूप, 2015 से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। यह गर्व की बात है कि आज हम यहां 10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।

वर्तमान युग में हम सभी योग के महत्व से अच्छी तरह अवगत हैं। योग के इस महत्व को दर्शाते हुए, हर साल योग दिवस के लिए एक विशेष विषय तय किया जाता है। इस वर्ष 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय “स्वयं और समाज के लिए योग” है जो इस प्राचीन अनुशासन के महत्व को पूरी तरह से दर्शाता है। योग केवल व्यक्तिगत कल्याण से संबंधित नहीं है; यह आंतरिक और बाहरी दुनिया के बीच संबंध को बढ़ावा देता है।


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