प्रमोद दीक्षित मलय राष्ट्रीय बाल साहित्य समागम में राजस्थान आमंत्रित

16 से 18 अगस्त को राजसमंद में होगा आयोजन

‘बच्चों का देश’ के आमंत्रण पर जुटेंगे 100 बाल साहित्यकार

अतर्रा (बांदा): बेसिक शिक्षा अंतर्गत बांदा, उत्तर प्रदेश में कार्यरत शिक्षक एवं साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय अंतरराष्ट्रीय संस्थान अणुव्रत विश्वभारती सोसायटी द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय बाल मासिक पत्रिका ‘बच्चों का देश’ द्वारा रजत जयंती के अवसर पर राजसमंद में आयोजित राष्ट्रीय बाल साहित्य समागम में सहभागिता करेंगे‌। उक्त आयोजन 16 से 18 अगस्त को अणुविभा के मुख्यालय चिल्ड्रन’स पीस पैलेस राजसमंद, राजस्थान में संपन्न होगा। ‘बच्चों का देश’ द्वारा पत्रिका से जुड़े 15 राज्यों से लगभग 100 बाल साहित्यकारों का चयन कर आमंत्रित किया गया है जो सात सत्रों में सहभागिता कर अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे एवं बाल साहित्य विषयक विचार प्रस्तुत करेंगे। बाल साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय को बाल साहित्य समागम में आमंत्रित किए जाने पर शिक्षा अधिकारियों, शिक्षकों, साहित्यकारो, मित्रों एवं परिवारजन ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

उक्त जानकारी देते हुए शिक्षक एवं साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय ने बताया कि अणुव्रत विश्वभारती द्वारा विगत 25 वर्षों से जागरूक, जिम्मेदार एवं मानवीय मूल्यों को समर्पित नई पीढ़ी के निर्माण एवं संस्कार हेतु प्रकाशित राष्ट्रीय बाल पत्रिका ‘बच्चों का देश’ द्वारा रजत जयंती के अवसर पर 16 से 18 अगस्त, 2024 को चिल्ड्रन’स पीस पैलेस अणुविभा मुख्यालय राजसमंद में राष्ट्रीय बाल साहित्य समागम आयोजित किया गया है। 25 राज्यों में फैले पाठक वर्ग से समृद्ध पत्रिका ‘बच्चों का देश’ के संपादक संचय जैन के आमंत्रण पत्र का संदर्भ देते हुए मलय ने कहा कि बाल साहित्य समागम हेतु15 राज्यों के लगभग 100 बाल साहित्य रचनाकारों को आमंत्रित किया है।

आयोजन में बाल साहित्य विषयक सात सत्र एवं समूह चर्चाएं होंगी। आमंत्रित रचनाकारों को 17 अगस्त को राजसमंद के 25 विद्यालयों में 3-3 की टोली में बच्चों से संवाद हेतु भेजा जायेगा जहां वे गीत, कविता, कहानी का पाठ करते हुए बच्चों से बातचीत करेंगे। प्रेषित आमंत्रण पत्र में अणुविभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश नाहर ने बताया कि संयुक्त राष्ट्रसंघ के वैश्विक संवाद विभाग से सम्बद्ध अणुविभा (अणुव्रत विश्वभारती) 75 वर्षों से अणुव्रत की केंद्रीय संस्था है जिसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 5000 संस्थाओं एवं शांतिकर्मियों का नेटवर्क है। भारत में 200 केंद्र संचालित हैं। ‘बच्चों का देश’ के अलावा ‘अणुव्रत’ नाम से पत्रिका प्रकाशित की जा रही है। बालोदय कार्यक्रम, पर्यावरण जागरूकता, नशामुक्ति अभियान – एलिवेट, जीवन विज्ञान, अणुव्रत क्रिएटिविटी कान्टेस्ट आदि रचनात्मक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। प्रमोद दीक्षित मलय ने आमंत्रण हेतु ‘बच्चों का देश’ के प्रति आभार व्यक्त किया है।

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