भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा के लिए यह समय बेहद कठिन साबित हो रहा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी, दोनों ही आलोचनाओं के घेरे में हैं।
लगातार फ्लॉप प्रदर्शन
रोहित ने व्यक्तिगत कारणों से पहला टेस्ट मिस किया था और दूसरे टेस्ट से टीम में शामिल हुए। हालांकि, उनका बल्ला अब तक खामोश ही रहा। एडिलेड में रोहित ने 3 और 6 रन बनाए, फिर ब्रिसबेन में उन्होंने सिर्फ 10 रन का स्कोर किया। मेलबर्न में स्थिति और खराब हो गई, जहां रोहित केवल 3 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
जिस तरह से वह आउट हुए, उसने उनकी फॉर्म पर और सवाल खड़े कर दिए। पैट कमिंस की एक साधारण-सी शॉर्ट गेंद पर पुल शॉट खेलने के प्रयास में रोहित ने टॉप एज दिया और मिड-ऑन के पास खड़े स्कॉट बोलैंड को आसान कैच थमा दिया।
सिर्फ 22 रन, 4 पारियां
इस सीरीज की चार पारियों में रोहित के बल्ले से केवल 22 रन निकले हैं। उनके इस खराब प्रदर्शन पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर मार्क वॉ और केरी ओ’कीफ ने गंभीर चिंता जताई है।
मार्क वॉ ने फॉक्स स्पोर्ट्स पर कहा, “अगर रोहित शर्मा आखिरी तीन पारियों में कुछ खास नहीं कर पाते, तो मुझे लगता है कि उनका करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच सकता है।”
केरी ओ’कीफ ने कहा, “रोहित शर्मा ने बहुत बड़ी गलती की। यह एक बेवजह का शॉट था। वह स्विवल-पुल उनका पसंदीदा शॉट है, लेकिन इसे खेलने का समय सही नहीं था। वह गेंद की गति और उछाल को समझे बिना जल्दी आउट हो गए। भारतीय कप्तान के लिए यह वाकई दुखद स्थिति है।”
बल्लेबाजी क्रम में बदलाव भी नहीं आया काम
दिलचस्प बात यह है कि पहले टेस्ट में रोहित की गैरमौजूदगी में केएल राहुल ने पारी की शुरुआत की थी। रोहित की वापसी के बाद उन्होंने नंबर 6 पर बल्लेबाजी करना चुना और राहुल को ओपनर बने रहने दिया। लेकिन चौथे टेस्ट में योजना बदली गई। रोहित ने यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग की, जबकि राहुल को नंबर 3 पर भेजा गया।
हालांकि, यह बदलाव भी टीम के लिए फायदेमंद साबित नहीं हुआ। न तो रोहित और न ही राहुल कोई प्रभावी पारी खेल सके।
अब यह देखना होगा कि रोहित शर्मा आखिरी तीन पारियों में अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब दे पाते हैं या नहीं।