नगर निगम द्वारा 08 स्थानों पर सचांलित शैल्टर होम, अलाव व नंदी गौशाला कान्हा गौशाला में गौवंश को शीत लहर से राहत व बचाव कार्यो का नगर आयुक्त विनोद कुमार ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में नगर आयुक्त ने जगह जगह खुले में सोने वाले लोगो से संवाद करते हुए नगर निगम की गाड़ियों से खुले में सोने वाले लोगों को आश्रय स्थल में भी भिजवाया।
शनिवार देर रात्रि व साप्ताहिक अवकाश रविवार रात्रि नगर आयुक्त विनोद कुमार ने अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार ने नगर निगम की आगरा रोड कान्हा गौशाला, बरौला नंदी गौशाला शेल्टर होम, व अलाव का औचक निरीक्षण किया। नगर आयुक्त ने शीत लहर में जगह जगह खुले में सोते लोगो को नगर निगम शेल्टर होम में विश्राम करने के बारे में समझाया। नगर आयुक्त ने गांधी पार्क चौराहे पर अलाव की लकड़ी का भौतिक सत्यापन भी किया और अपने सामने अलाव की लकड़ी डलवायी और ख़ुद मौजूद रहकर अलाव जलवाया।
कान्हा गौशाला में निरीक्षण पर पहुंचे नगर आयुक्त को रात्रि में गौवंश को काऊ कोट विलंब से पहनते हुए कर्मचारी मिले जिस पर नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई और मौके पर पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ राजेश वर्मा से विलंब से काऊ कोट पहनने का कारण पूछा मौके पर नगर आयुक्त ने शीत लहर में काऊ कोट विलंब से पहनाने व देरी से तिरपाल लगने पर पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया।
अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार ने कहा नगर निगम शीत लहर के दौरान गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। नगर आयुक्त सहित निगम के सभी ज़ोनल अधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से अलाव और रैन बसेरों का निरीक्षण किया और खुले में सोने वालों को आश्रय स्थल में सोने के लिए समझाया। इसके अलावा, बरौला नंदी व कान्हा गौशाला में गौवंश के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए और सभी को अलाव और सुरक्षा की सुविधा मिले इसके लिए नगर निगम प्रयासरत्त है सभी अधिकारी और कर्मचारी इस काम में जुटे हुए हैं और उम्मीद है कि हम अपने इस उद्देश्य में सफल होंगे।
नगर आयुक्त ने बताया खुले में सोने वालों को आश्रय स्थल तक पहुचाने के लिए 4 ज़ोनल अधिकारी के साथ खुले में सोने वाले लोगों को आश्रय स्थल तक भिजवाने के लिए 4 ट्रूप करियर वाहनों को लगाया गया है।
नगर आयुक्त विनोद कुमार ने कहा नगर निगम शीत लहर के दौरान गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोए और सभी को अलाव और सुरक्षा की सुविधा मिले।