आईआईटी खड़गपुर के तीसरे वर्ष के छात्र शौन मलिक का शव उनके हॉस्टल रूम में फांसी पर लटका पाया गया। यह घटना रविवार को उस समय सामने आई जब उनके माता-पिता उनसे मिलने आए थे।
घटना का विवरण
शौन मलिक, जो इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र थे, अपने हॉस्टल के “आजाद हॉल ऑफ रेजिडेंस” में मृत पाए गए। उनके माता-पिता और संस्थान के कर्मचारियों ने रूम का दरवाजा तोड़कर उन्हें पाया। संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि मलिक ने घटना से एक रात पहले अपने माता-पिता से फोन पर बात की थी और सबकुछ सामान्य लग रहा था।
जांच और संस्थान की प्रतिक्रिया
संस्थान ने घटना की आंतरिक जांच कराने की घोषणा की है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।
पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम पूरा कर लिया गया है और इसे वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ किया गया। मामले की जांच जारी है।
आईआईटी खड़गपुर ने एक बयान में कहा, “शौन मलिक की अचानक मृत्यु से पूरा संस्थान स्तब्ध है। छात्र, स्टाफ और शिक्षक उनकी अकाल मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं।”
मलिक का परिचय और संस्थान की संवेदनाएं
संस्थान ने शौन मलिक को एक होनहार और प्रतिभाशाली छात्र बताया। बयान में कहा गया, “शौन अपनी बुद्धिमता, समर्पण और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में उज्ज्वल भविष्य के लिए जाने जाते थे। उनकी इस असामयिक मृत्यु से संस्थान गहरे सदमे में है।”
संस्थान ने मलिक के परिवार और दोस्तों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया और कहा कि यह समय उनके लिए बेहद कठिन है।
छात्रों के लिए मानसिक स्वास्थ्य पर जोर
आईआईटी खड़गपुर ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
“हमारे पास परामर्श और मानसिक स्वास्थ्य सहायता सेवाएं उपलब्ध हैं, और हम छात्रों से आग्रह करते हैं कि वे इन सेवाओं का उपयोग करें,” संस्थान ने अपने बयान में कहा।
पिछली घटना
कुछ दिन पहले ही संस्थान के एक जूनियर लैब तकनीशियन का शव भी कैंपस में स्थित क्वार्टर से बरामद किया गया था।
यह दुखद घटनाएं संस्थान में मानसिक स्वास्थ्य और समर्थन प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देती हैं।