कौशल विकास को बढ़ावा देने और वंचित समुदायों तक इसका लाभ पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने आज कौशल भवन में सोलर कम्युनिटी हब मोबाइल वैन प्रशिक्षण इकाइयों को हरी झंडी दिखाई। यह परिवर्तनकारी पहल राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी), लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन, डेल टेक्नोलॉजीज और स्थानीय हितधारकों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है।
इस कार्यक्रम के दौरान श्री जयंत चौधरी ने कहा, “सौर ऊर्जा से चलने वाली ये मोबाइल प्रशिक्षण इकाइयां शिक्षा और अवसरों को सीधे वंचित समुदायों के दरवाज़े तक पहुंचाकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए एक अभिनव दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती हैं। उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ-साथ डिजिटल और वित्तीय साक्षरता पर ध्यान केंद्रित करके, यह पहल वंचित समुदायों में कौशल की कमी को दूर कती है और समावेशी विकास को बढ़ावा देती है।”
श्री चौधरी ने क्यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल्स इंडेक्स 2025 रैंकिंग में भारत को दूसरा स्थान मिलने पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे परिवर्तनकारी क्षेत्रों में हमारे देश की नेतृत्व क्षमता को दर्शाती करती है। उन्होंने कहा, “इस गति को आगे बढ़ाते हुए, डेल टेक्नोलॉजीज लक्षित सामुदायिक आउटरीच, रणनीतिक साझेदारी और आवश्यक डिजिटल संसाधनों तथा कार्यक्रमों तक पहुंच प्रदान करके 2030 तक एक अरब लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के अपने वैश्विक लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध है। हम सब मिलकर एक कुशल और डिजिटल रूप से समावेशी भारत का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।”
इस कार्यक्रम में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी तथा एनएसडीसी के सीईओ एवं एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी श्री वेद मणि तिवारी भी उपस्थित थे।
सोलर कम्युनिटी हब सौर ऊर्जा से चलने वाली अत्याधुनिक मोबाइल प्रशिक्षण इकाइयां हैं, जिन्हें वंचित समुदायों को प्रभावशाली कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कार्यक्रम सोलर कम्युनिटी हब की राष्ट्रव्यापी तैनाती की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें सिक्किम, आंध्र प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के जिलों में संचालित होने वाली सात वैन शामिल हैं।
वित्त वर्ष 2025 में इस कार्यक्रम का विस्तार सात नए जिलों तक किया जाएगा और इससे समुदाय के युवाओं, छात्रों, महिलाओं तथा बुजुर्गों सहित अतिरिक्त 58 लाख लोगों के लाभान्वित होने की उम्मीद है।
लैपटॉप, पोर्टेबल फर्नीचर, जीपीएस सिस्टम, माइफाइ राउटर, पैनिक बटन और ब्लूटूथ-सक्षम स्पीकर जैसी उन्नत सुविधाओं से लैस ये केंद्र डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, तकनीकी विशेषज्ञता, साइबर सुरक्षा और जनरेटिव एआई से परिचय सहित विविध विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। सहयोगात्मक प्रयास के माध्यम से विकसित यह कार्यक्रम स्किल इंडिया मिशन के लक्ष्यों के अनुरूप है। प्रौद्योगिकी और नवाचार को एकीकृत करके, यह पहल डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देने और सार्थक साझेदारी के माध्यम से टिकाऊ विकास को आगे बढ़ाने के लिए डेल टेक्नोलॉजीज की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के बारे में
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) देश में कौशल परितंत्र का प्रमुख वास्तुकार है। यह भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) के तहत एक अद्वितीय सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) उद्यम है। एनएसडीसी की स्थापना निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए कौशल परितंत्र को उत्प्रेरित करने और कुशल व्यावसायिक प्रशिक्षण पहलों का निर्माण करने तथा देश के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए कौशल भारत मिशन के लिए रणनीतिक कार्यान्वयन और ज्ञान भागीदार बनने के लिए की गई थी। एनएसडीसी उन उद्यमों, स्टार्ट-अप्स, कंपनियों और संगठनों को सहायता प्रदान करता है जो संभावित कार्यबल को भविष्य के कौशल में अवसरों की पेशकश करके प्रभाव पैदा कर रहे हैं। यह संगठन पात्र संस्थाओं को वित्तीय सहायता, उम्मीदवारों को अन्य नवीन वित्तीय उत्पादों के साथ-साथ रियायती ऋण और रणनीतिक साझेदारी का निर्माण करके कौशल में निजी क्षेत्र की पहल को बढ़ाने, उनकी मदद और समन्वय करने के लिए उपयुक्त मॉडल विकसित करता है।
डेल टेक्नोलॉजीज के बारे में
डेल टेक्नोलॉजीज संगठनों और लोगों को अपना डिजिटल भविष्य बनाने और उनके काम करने, रहने तथा खेलने के तरीके को बदलने में मदद करती है। यह ग्राहकों को इस डेटा युग में उद्योग की सबसे व्यापक और सबसे नवीन प्रौद्योगिकी तथा सेवा पोर्टफोलियो प्रदान करती है।