जेईई मेन 2025: पहले दिन के पेपर का विस्तृत विश्लेषणफिजिक्स आसान, केमिस्ट्री संतुलित, मैथ्स ने बढ़ाई धड़कन

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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 22 जनवरी 2025 को जेईई मेन 2025 के पहले दिन की परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित की। यह परीक्षा दो शिफ्टों में हुई। बची हुई परीक्षाएं 23 और 24 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएंगी, दोनों दिन दो शिफ्टों में।

जेईई मेन में पेपर के प्रकार:

  1. पेपर 1:
    बीई/बीटेक कोर्सेज़ के लिए (NITs, IIITs, CFTIs और राज्य-मान्यता प्राप्त संस्थानों में प्रवेश हेतु)। यह JEE एडवांस्ड के लिए पात्रता परीक्षा भी है, जो IIT में प्रवेश के लिए आवश्यक है।
  2. पेपर 2:
    बी.आर्क और बी.प्लानिंग कोर्सेज़ के लिए, जिसमें दो उप-वर्ग शामिल हैं:
    • पेपर 2A: बी.आर्क के लिए
    • पेपर 2B: बी.प्लानिंग के लिए

परीक्षा मोड:

  • पेपर 1: कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT)
  • पेपर 2A: गणित और एप्टीट्यूड CBT मोड में; ड्रॉइंग टेस्ट ऑफलाइन (A4 शीट्स पर)।
  • पेपर 2B: गणित, एप्टीट्यूड, और प्लानिंग आधारित प्रश्न CBT मोड में।

23 जनवरी 2025 (सुबह की शिफ्ट) का विश्लेषण:

विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह की शिफ्ट का पेपर आसान से मध्यम स्तर का था। फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन आसान थे, जबकि मैथ्स सेक्शन थोड़ा लंबा और गणनात्मक था।

फिजिक्स

छात्रों को यह सेक्शन काफी सरल लगा। मैकेनिक्स, करंट इलेक्ट्रिसिटी, ऑप्टिक्स, मॉडर्न फिजिक्स और वेव्स जैसे टॉपिक्स प्रमुख थे। हालांकि, एसी, ईएमआई और मैग्नेटिज्म से जुड़े सवाल नहीं आए। पिछली परीक्षाओं के प्रश्न (PYQs) ने छात्रों को परिचित अनुभव दिया।

केमिस्ट्री

पेपर में सभी चैप्टर्स को समान रूप से कवर किया गया। ज्यादातर सवाल हल करने योग्य थे, लेकिन कुछ थ्योरी आधारित सवाल भ्रमित करने वाले थे। इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री, काइनेटिक्स, पी-ब्लॉक, डी-ब्लॉक, थर्मोडायनेमिक्स और बायोमोलेक्यूल्स प्रमुख टॉपिक्स थे।

मैथ्स

मैथ्स सेक्शन मध्यम से कठिन स्तर का था। सवाल ज्यादा चुनौतीपूर्ण नहीं थे, लेकिन गणनात्मक लंबाई के कारण समय-लेने वाले थे। प्रायिकता (Probability), मैट्रिसेस, बीजगणित (Algebra), कैलकुलस, वेक्टर्स, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री और 3डी ज्योमेट्री पर ज्यादा फोकस था।

23 जनवरी 2025 (शाम की शिफ्ट) का विश्लेषण:

शाम की शिफ्ट का पेपर सुबह की शिफ्ट जितना ही कठिन था। तीनों विषयों में से, फिजिक्स सबसे आसान और मैथ्स सबसे चुनौतीपूर्ण रहा।

केमिस्ट्री

केमिस्ट्री सेक्शन में अधिकतर सवाल आसान थे। फिजिकल केमिस्ट्री की तुलना में ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री का वर्चस्व रहा। थ्योरी आधारित सवालों की संख्या अधिक थी।

फिजिक्स

सुबह की शिफ्ट के मुकाबले, शाम की शिफ्ट में फिजिक्स और भी आसान था। मैकेनिक्स, वेव्स, मैग्नेटिज्म और मॉडर्न फिजिक्स जैसे टॉपिक्स प्रमुख थे। छात्रों ने इस सेक्शन को सबसे सरल माना।

मैथ्स

मैथ्स सेक्शन ने छात्रों की परीक्षा ली। सवाल गणनात्मक रूप से लंबे और समय-लेने वाले थे। कैलकुलस, वेक्टर्स, 3डी ज्योमेट्री, मैट्रिसेस और बाइनोमियल थ्योरम जैसे टॉपिक्स शामिल थे।

पहले दिन की परीक्षा का सार:

  • फिजिक्स: सरल और स्कोरिंग
  • केमिस्ट्री: संतुलित और थ्योरी आधारित
  • मैथ्स: समय-खपत और लंबा

छात्रों को टिप: समय प्रबंधन और सही रणनीति से अगली शिफ्ट में बढ़त बनाएं!

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