केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित पीडी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की विजेता भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम को सम्मानित किया। टीम ने असाधारण कौशल और स्थिति अनुरूप प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में इंग्लैंड को पराजित किया है।
भारतीय दिव्यांग क्रिकेट परिषद (डीसीसीआई) और दिव्यांग जनों के लिए समर्पित संगठन स्वयं (एसवीएवाईएएम) द्वारा समर्थित भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम को भारतीय खेल प्राधिकरण में सम्मानित किया गया।
डॉ. मांडविया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समावेशी खेल भागीदारी दृष्टिकोण का उल्लेख करते हुए दिव्यांग खिलाड़ियों को सहयोग देने की सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग खिलाड़ियों के सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि अगर आप दिव्यांग हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं कि आप देश को गौरवान्वित नहीं कर सकते… और आपकी जीत इसका प्रमाण है। भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम ने चयन की कठोर प्रक्रिया से लेकर श्रीलंका में प्रदर्शन तक जो जुनून दिखाया है, वह आपकी अपार क्षमता को उजागर करता है। डॉ. मांडविया ने कहा कि छह में से 5 मैच जीतना और इंग्लैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान जैसी टीमों को हराना कोई मामूली उपलब्धि नहीं है,” ।
भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम की चयन प्रक्रिया उदयपुर में आयोजित हुई जहां 28 राज्यों के 450 से अधिक क्रिकेटर राष्ट्रीय स्तर के चयन के लिए पहुंचे थें। इनमें से 56 खिलाड़ियों को जयपुर में चैलेंजर ट्रॉफी के लिए चुना गया और अंत में 17 खिलाड़ियों को भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए टीम में शामिल किया गया।
डॉ. मांडविया ने कहा कि पेरिस पैरालिंपिक से लेकर पीडी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 तक दिव्यांग एथलीटों ने खेल के क्षेत्र में देश के लिए उपलब्धियां हासिल की है। उन्होंने कहा कि “हमारे ‘दिव्यांग’ एथलीटों ने अपने प्रदर्शन से हमें गौरान्वित किया है और हम उनके समर्थन के लिए प्रेरित हुए है। डॉ. मांडविया ने खिलाड़ियों से कहा कि सरकार आपके साथ है और आपको अपनी सफलता से विभिन्न मंचों पर और अधिक युवाओं को प्रेरित करना चाहिए।”
शुक्रवार को इस कार्यक्रम में दिव्यांग क्रिकेट टीम, कोच, डीसीसीआई के महासचिव रविकांत चौहान और स्वयं की संस्थापक-अध्यक्ष स्मिनु जिंदल और खेल मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए।