दिव्यांग खिलाड़ी समाज के लिए प्रेरणा हैं: दिलीप वेंगसरकर
संपूर्णानंद स्पोर्ट्स कंपलेक्स सिगरा में दिव्यांग क्रिकेट के इतिहास में पहली बार ऑल इंडिया दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय डे नाइट क्रिकेट मैच दिव्यांग प्रीमियर लीग का रंगारंग समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित हुआ जिसे मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व कप्तान भारतीय क्रिकेट टीम, अंतरराष्ट्रीय दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी पद्मश्री अर्जुन पुरस्कार प्राप्त श्री दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी कहीं से भी सामान्य क्रिकेट खिलाड़ियों से कम नहीं है। उन्होंने दिव्यांग क्रिकेट के उत्थान के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। मैच देखकर मुझे नहीं लगा कि दिव्यांग खिलाड़ियों के खेल का स्तर कहीं से भी सामान्य खिलाड़ियों से कम है।
ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ उत्तम ओझा ने कहा कि जल्द ही वह दिन आएगा जब दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों का भी वैल्यू सामान्य खिलाड़ियों के समान होगा। महासचिव ऑल इंडिया दिव्यांग क्रिकेट एसोसिएशन डॉ संजय चौरसिया ने दिव्यांग क्रिकेट में डे नाइट मैच का इतिहास रचा जा चुका है शीघ्र ही काशी में पूरी दुनिया के दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ियों का महाकुंभ आयोजित किया जाएगा।

कार्यक्रम को मुख्य रूप से श्री कृपानंद महाराज, श्री चंद्रमौली उपाध्याय, काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्रा, प्रवीन वसानी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। समापन समारोह में मुख्य रूप से आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ तुलसी, माई मास्टर11 के सीओई डॉ राजेश पांडेय, डॉ आलोक भारद्वाज, मीडिया प्रभारी डॉ मनोज तिवारी, डॉ आर ए जोसेफ, डॉ स्वेता चौरसिया, पंकज श्रीवास्तव, फादर चेतन, कमलजीत कौर, अभिजीत विश्वास, प्रदीप सोनी, धीरज चौरसिया, प्रदीप राजभर, महेंद्र जी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ सुनीता तिवारी अतिथियों का स्वागत डॉ उत्तम ओझा एवं डॉ संजय चौरसिया धन्यवाद ज्ञापन ने किया।
संपूर्णानंद स्पोर्ट कंपलेक्स सिगरा में चल रहे दिव्यांग प्रीमियर लीग के पहले सेमी फाइनल मुकाबला काशी ट्राइडेंट व सेंट्रल लॉयंस के बीच खेला गया। सेंट्रल लॉयंस के कप्तान लक्की साहू ने टॉस जीता और काशी की टीम को पहले बल्लेबाजी करने का निमंत्रण दिया। काशी की टीम ने निर्धारित 10 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 120 रन बनाए। रवीश ने 5 चौके व 5 छक्कों की मदद से 37 गेंदों में 67 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली । लॉयंस की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज दिनेश रहे जिन्होंने 2 ओवरों में सिर्फ 9 रन दे कर 1 विकेट लिया ।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी सेंट्रल लॉयंस की टीम ने 10 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 98 रन ही बना पाई। ब्रजमोहन ने सर्वाधिक 35 रन बनाए जबकि पहली पारी के हीरो रवीश ने गेंदबाजी 7 रन दे कर 3 विकेट लिए। उन्हें मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला नॉर्थ दबंग और साउथ सर्वाइवर के बीच खेला गया जिसमें नॉर्थ दबंग के कप्तान आकिब ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया व निर्धारित 10 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 119 रन बनाए जिसमें टीम के कप्तान आकिब ने 28 गेंदों में 5 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 72 रनों की पारी खेली। साउथ सर्वाइवर की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज सेंथिल रहे जिन्होंने 2 ओवरों में 24 रन देकर 2 विकेट लिए। जवाब में साउथ सर्वाइवर की टीम 9 विकेट के नुकसान पर 98 रन ही बना पाई । साइजू 23 गेंदों में 5 चौकों की मदद से 36 रन बना कर अंत तक संघर्ष करते रहे।
नॉर्थ दबंग की तरफ से वसीम ने घातक गेंदबाजी करते हुए 2 ओवरों में 16 रन दे कर 4 विकेट लिए और कप्तान आकिब ने भी 2 विकेट लिए। आकिब को मैन ऑफ द मैच के घोषित किया गया।
फाइनल मुकाबला काशी ट्राइडेंट और नॉर्थ दबंग के बीच खेला गया जिसमें काशी के कप्तान सुबोध राय ने टॉस जीत के पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया और पहले बल्लेबाजी करते हुए नॉर्थ दबंग की टीम ने लक्की की 42 रनों की पारी (4*3, 6*3) की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पे 105 रन बनाए। काशी की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज राजकुमार रहे जिन्होंने 2 ओवरों में 12 रन दे कर 2 विकेट लिए। जवाब में काशी ट्राइडेंट की टीम 10 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पे सिर्फ 74 रन ही बना सकी। नॉर्थ दबंग की तरफ से आकिब सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 2 ओवरों में 9 रन देकर 2 विकेट लिए। लक्की रावत मन ऑफ द मैच रहे।
महान क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर के हाथों चमचमाती ट्राफी एवं नगद पुरस्कार प्राप्त कर दिव्यांग क्रिकेट खिलाड़ी गदगद हो उठें। मैन ऑफ द सीरीज आकिब कप्तान नॉर्थ दबंग को दिया गया। वेस्ट बैटमैन काशी ट्रेंडेस के रोवेश जी को घोषित किया जबकि बेस्ट बॉलर आकीब नॉर्थ दबंग को प्रदान किया गया। अमूल्य उपाध्याय एवं आशीष सेठ ने शानदार कमेंट्री किया।

वरिष्ठ परामर्शदाता
ए आर टी सेंटर, आई एम एस, बीएचयू, वाराणसी