दिल्ली की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया है। भाजपा विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। इसके साथ ही वे दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। उनका शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी 2025 को दोपहर 12:30 बजे रामलीला मैदान में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई प्रमुख नेता शामिल होंगे।

रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की, जहां उन्होंने वाणिज्य में स्नातक और प्रबंधन व कला में मास्टर डिग्री हासिल की। उनका राजनीतिक सफर 1993 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ। इसके बाद, वे 1996-1997 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष भी रहीं।
उनका राजनीतिक अनुभव काफी समृद्ध रहा है। इसके अलावा वह तीन बार दिल्ली नगर निगम में पार्षद रही हैं और 2022 में दिल्ली नगर निगम (MCD) के मेयर पद की उम्मीदवार भी थीं। उनकी छवि एक कर्मठ और जुझारू नेता की रही है, जो जनता के मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाने में माहिर हैं।
भाजपा के इस फैसले के पीछे कई अहम कारण हैं। पहला, भाजपा महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करना चाहती है, जिससे पार्टी को एक सशक्त महिला चेहरा मिल सके। दूसरा, वैश्य समुदाय का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए यह निर्णय लिया गया है। तीसरा, रेखा गुप्ता का संघ परिवार से लंबा जुड़ाव रहा है, जिससे वे पार्टी के भीतर एक मजबूत और भरोसेमंद चेहरा मानी जाती हैं।
उनकी राजनीति का केंद्र बिंदु महिला सशक्तिकरण, शिक्षा सुधार और सामुदायिक विकास रहा है। उन्होंने निगम पार्षद रहते हुए कई विकास योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी।
दिल्ली में होने वाले इस भव्य शपथ ग्रहण समारोह के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। रामलीला मैदान में होने वाले इस आयोजन के लिए आम जनता के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। समारोह में शामिल होने वाले लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे सुबह 11 बजे तक अपने स्थान पर पहुंच जाएं। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र में कड़ी निगरानी की व्यवस्था की है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने से दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। जनता को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में दिल्ली विकास और प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुएगी। उनके पास प्रशासनिक अनुभव है, जिससे वे राज्य के विकास कार्यों को और अधिक मजबूती से आगे बढ़ा सकती हैं।
भाजपा ने इस फैसले से यह संदेश देने की कोशिश की है कि वे महिला सशक्तिकरण और सामाजिक संतुलन को प्राथमिकता देते हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि रेखा गुप्ता अपने नए पद की जिम्मेदारियों को कैसे निभाती हैं और दिल्ली के विकास के लिए क्या कदम उठाती हैं।