नई दिल्ली स्थित भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम में आज एक गौरवपूर्ण अवसर पर ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, फरीदाबाद का दूसरा दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इस समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने की।
समारोह में वर्ष 2016, 2017, 2018 और 2019 बैच के प्रत्येक 100 एमबीबीएस छात्रों के साथ-साथ पहले बैच के 47 स्नातकोत्तर छात्रों सहित कुल 447 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।
डॉ. मांडविया ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में स्नातक छात्रों को न केवल बधाई दी, बल्कि उनके कर्तव्यों की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर केवल रोग का उपचार नहीं करता, बल्कि समाज की स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ होता है।

उन्होंने कहा, “आपका समर्पण, आपकी नैतिकता, और आपकी सेवा भावना ही एक स्वस्थ राष्ट्र की नींव बनती है। जब आप किसी की जान बचाते हैं, तो आप सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि देश की उत्पादकता और आशाओं को नया जीवन देते हैं।”
डॉ. मांडविया ने छात्रों से आह्वान किया कि वे ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों की सेवा में आगे आएं, वहीं से देश को स्वस्थ बनाने की यात्रा शुरू होती है। उन्होंने यह भी कहा कि “हर परामर्श, हर उपचार – देश की प्रगति का एक छोटा लेकिन मजबूत कदम है।”
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 विजन का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह केवल एक सपना नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की सामूहिक जिम्मेदारी है, और उसमें डॉक्टरों की भूमिका सबसे अहम है।
उन्होंने दीक्षांत समारोह के अंत में छात्रों को एक विचारशील आदर्श वाक्य भी दिया –
“देश कैसे स्वस्थ रहे?”
यही प्रश्न हर युवा डॉक्टर के जीवन, कार्य और नैतिक सोच का आधार बनना चाहिए।
उत्कृष्ट उपलब्धियां:
एमबीबीएस के चार बैचों के छात्रों ने शैक्षणिक प्रदर्शन में कई कीर्तिमान स्थापित किए। प्रथम पेशेवर परीक्षा में 3, द्वितीय में 7, तृतीय में 6 और अंतिम में 7 छात्रों ने टॉप रैंक हासिल किया। उल्लेखनीय है कि इनमें 7 छात्र इंस्टीट्यूट ऑफ पर्सिस्टेंस (आईपी) से हैं, जो विविधता और समान अवसरों की संस्थागत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
स्नातकोत्तर छात्रों की भी शानदार उपलब्धियाँ रही हैं। विभिन्न विशेषज्ञताओं में शीर्ष स्थानों पर कब्जा करते हुए छात्रों ने त्वचा विज्ञान, पैथोलॉजी, ओटीओ, आईएचबीटी, रेडियोलॉजी, प्रसूति-स्त्री रोग, माइक्रोबायोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स आदि में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किए।
समारोह में ईएसआईसी के महानिदेशक श्री अशोक कुमार सिंह और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अवसर को और गरिमा प्रदान की।