आवासन और शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने आज पणजी में गोवा के माननीय मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत और शहरी विकास, नगर एवं ग्राम नियोजन, स्वास्थ्य, वन मंत्री विश्वजीत राणे के साथ राज्य में प्रमुख शहरी विकास से जुड़ी पहलों और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कार्यान्वयन और प्रगति की समीक्षा के लिए बैठक की।
माननीय मंत्री ने अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत और अमृत 2.0), प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (पीएमएवाई-यू और पीएमएवाई-यू 2.0), स्मार्ट सिटीज मिशन (एससीएम), स्वच्छ भारत मिशन – शहरी (एसबीएम-यू और एसबीएम-यू 2.0), दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डीएवाई-एनयूएलएम) और पीएम स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर स्वनिधि (पीएम स्वनिधि) जैसी आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की शहरी योजनाओं की समग्र विकास योजनाओं की समीक्षा की।
इस संबंध में, गोवा के मुख्यमंत्री ने 24×7 जलापूर्ति से जुड़ी नल से जल (डीएफटी) (परियोजना लागत लगभग 652.61 करोड़ रुपये) को ध्यान में रखते हुए, जल स्रोत संवर्धन, बुनियादी ढांचे के विकास, मौजूदा नेटवर्क के पुनर्वास, स्मार्ट मीटरिंग, आईओटी और एससीएडीए-आधारित निगरानी प्रणाली सहित पायलट ड्रिंक-फ्रॉम-टैप परियोजनाओं के लिए राज्य को अमृत 2.0 के तहत न्यूनतम 326.30 करोड़ रुपये की विशेष वित्तीय सहायता पर विचार करने का अनुरोध किया।
माननीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री ने गोवा में 24x7 जल आपूर्ति के लिए नल से जल (डीएफटी) योजना के अनुरोध पर विचार करने पर सहमति दी
साथ ही मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पर्यटकों की काफी अधिक मात्रा के कारण नागरिक बुनियादी ढांचे पर अतिरिक्त बोझ पड़ने जैसी गोवा की अनूठी शहरी चुनौतियों को देखते हुए इस विचार करने का अनुरोध किया और अनुरोध किया कि राज्य को अमृत 2.0 और एसबीएम-यू 2.0 दोनों के तहत बढ़ी हुई और त्वरित सहायता के लिए एक विशेष मामले के रूप में माना जाए।
माननीय मंत्री ने सहमति व्यक्त की और पर्यटन राज्यों में आवश्यक नीतिगत बदलाव के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए।


सहकारी संघवाद की भावना में, राज्य के समग्र विकास के लिए केंद्र और राज्य प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं और प्रमुख चुनौतियों और लंबित मुद्दों को हल करने के लिए समन्वय भी कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने रणनीतिक योजना और सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से बुनियादी ढांचे को विकसित करने, सुधारने और टिकाऊ शहरीकरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने राज्य को अमृत के तहत जलापूर्ति (नए/सेवा नल कनेक्शन और नए/सेवा सीवर कनेक्शन) से संबंधित सभी लंबित कार्यों को पूरा करने; एसबीएम के तहत कार्य योजना में संशोधन, शौचालयों (सामुदायिक शौचालय, सार्वजनिक शौचालय, आकांक्षात्मक शौचालय, मूत्रालय), ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, एसटीपी/सह-उपचार सुविधाओं के लिए निविदा कार्य में तेजी लाने; प्रस्ताव प्रस्तुत करने, किफायती आवास का लाभ प्राप्त करने के लिए पीएमएवाई-यू 2.0 के बारे में नागरिकों को सूचित और शिक्षित करने; पीएम स्वनिधि के तहत स्ट्रीट वेंडरों की प्रोफाइल बनाने, पात्र ऋण आवेदनों को मंजूरी देने और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की सलाह दी।
माननीय मंत्री ने राज्य को पीएम-ई-बस सेवा योजना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने स्मार्ट सिटीज और डीएवाई-एनयूएलएम के तहत प्रगति की भी समीक्षा की।
माननीय मंत्री ने कहा कि गोवा एक प्रमुख पर्यटन केंद्र और तेजी से बढ़ते राज्य के रूप में शहरी विकास में महत्वपूर्ण प्रगति देख रहा है। उन्होंने विकास को बढ़ावा देने और लोगों के लिए जीवन को आसान बनाने के लिए एमओएचयूए के तहत शहरी योजनाओं की प्रभावी योजना और उचित कार्यान्वयन के लिए दिशानिर्देश दिए।