बिलासपुर। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ शासन जनकल्याणकारी योजना मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह के तहत हजारों निर्धन कन्याओं का विवाह सुनिश्चित कर उनके उज्जवल भविष्य के लिए एक मजबूत नींव रखी गई। यह कार्यक्रम अमूमन पूरे प्रदेश में आयोजित किया गया था और छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में निर्धन कन्याओं का भव्य और व्यवस्थित रूप से धार्मिक रीति-रिवाज से उनका विवाह संपन्न कराया गया। इस संदर्भ में यह जानकारी देना आप सभी को समीचीन होगा कि निर्धन कन्याओं का विवाह की योजना बनाते समय छत्तीसगढ़ सरकार ने किसी भी धर्म की कन्या के लिए किसी भी प्रकार का कोई भी भेदभाव या कम ज्यादा की नीति नहीं अपनाया। सभी कन्याओं के लिए एक समान भाव रखकर उनके विवाह की अति व्यवस्थित और भाव व्यवस्था रखी यह विचार और कार्य छत्तीसगढ़ सरकार का अति प्रसंसनीय रहा है। प्रदेश भर में आयोजित इस सामूहिक विवाह में क्या हिंदू, क्या मुस्लिम क्या इसाई सहित अन्य धर्म की छत्तीसगढ़ निवासी सभी कन्याओं का जिन्होंने जिनके परिजनों ने इस योजना में सम्मिलित होने की इच्छा जताई थी, उक्त सभी कन्याओं का छत्तीसगढ़ शासन ने अपनी पुत्रीवत सम्मान देकर सभी निर्धन कन्याओ का सम्मान पूर्वक विवाह संपन्न कराया। युवा पक्ष उन्हें यथोचित उपहार सहित 35 हजार रुपए नगद राशि भी भेंट की गई। वहीं प्रत्येक कन्या को वस्त्र साड़ी व चांदी की बिछिया, पायजेब सहित घर गृहस्ती के अन्य समान भी उपहार स्वरूप सम्मान के साथ उन्हें सौंप गए। वंही इस अवसर पर सभी वर को भी वस्त्र व अन्य उपहार दिए गए। इसी क्रम में न्यायधानी के बृहस्पति बाजार स्थित श्रमिक भवन में छत्तीसगढ़ शासन के सुशासन तिहार के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 25 निर्धन परिवारों के जोड़ों का सामूहिक विवाह सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम में नगर विधायक अमर अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर की महापौर श्रीमती पूजा विधानी भी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर नगर विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्धन परिवारों की एक बड़ी चिंता दूर कर दी है। इस आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रम में नगर विधायक श्री अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार गरीब परिवारों की चिंता को दूर करते हुए उन्हें विवाह जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर आर्थिक सहयोग प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि योजना के अंतर्गत प्रत्येक जोड़े को ₹35,000 की राशि और गृहस्थी शुरू करने के लिए उपयोगी उपहार प्रदान किए गए हैं। जो प्रदेश सरकार की संवेदनशीलता का परिचायक है।कार्यक्रम में नगर निगम महापौर श्रीमती पूजा विधानी ने सामूहिक विवाह के उद्देश्यों। पर प्रकाश डाला और कहा कि सरकार की इस पहल से इस बड़े सामाजिक दायित्व के खर्च से निर्धन परिवारों को मुक्ति मिल रही है।विवाह समारोह में सम्मिलित नवविवाहित जोड़ों ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से उन्हें आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिली है। सामूहिक विवाह के कारण न केवल उनके खर्च में कटौती हुई, बल्कि सरकारी सहायता से उन्हें नए जीवन की बेहतर शुरुआत का अवसर मिला है। ज्येष्ठ नागरिक संघ द्वारा भी कार्यक्रम में वर वधु को उपहार दिए गए। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी कर्मचारी, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में वर वधु पक्ष के परिजनों के साथ आमजनों ने भी उपस्थित होकर कन्याओं के इस सामूहिक विवाह की बेला को चार चांद लगा दिए। इस अवसर पर वर वधू थ और Bsnl परिजनों सहित कार्यक्रम में शामिल प्रत्येक व्यक्तियों में एक अलग ही उत्साह , संतुष्टि के भाव झलक रहे थे। यही बात इस बात का परिचायक रहा की प्रदेश की जनता इस मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह जैसी महती योजना से कितनी संतुष्ट व प्रसन्न है।

छत्तीसगढ़ सरकार की यह मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना वाकई जनकल्याणकारी और खासकर निर्धन कन्याओं के विवाह के लिए बहुत उचित और सरकार की दूरदर्शी नीति का परिणाम है। आइए इसको कुछ और विस्तार से समझते हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निर्धन कन्याओं के विवाह के लिए एक विशेष योजना चलाई गई है, जिसे “मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना” कहा जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब परिवारों को उनकी बेटियों की शादी में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत, छत्तीसगढ़ सरकार गरीब परिवारों की बेटियों की शादी के लिए 35,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करती है। यह सहायता सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
मुख्यमंत्रीकन्या विवाह योजना के लाभ
गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
बेटियों की शादी में होने वाले खर्च को कम करना।
गरीब परिवारों की बेटियों को सम्मानजनक जीवन प्रदान करना।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए पात्रता मानदंड
आवेदक छत्तीसगढ़ का स्थायी निवासी होना चाहिए।
आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
आवेदक के परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आप छत्तीसगढ़ सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन पत्र भर सकते हैं। वैसे सरकारी तौर पर देखा जाए तो सरकार ने जन्म कल्याण के लिए ही यह योजना चला रखी है। जिसके तहत मुख्यमंत्री निर्धन कन्या योजना को छत्तीसगढ़ सरकार ने गरीब परिवारों की कन्याओं के विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू किया है। इस योजना के पीछे सरकार के कई उद्देश्य हैं:
गरीब परिवारों की मदद
1.आर्थिक सहायताः गरीब परिवारों को अपनी बेटियों की शादी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
2.बेटियों के विवाह में मददः गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह में मदद करना और उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान करना।
3.समाजिक और आर्थिक विकास
4 . महिला सशक्तिकरणः महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाना।
5.गरीबी उन्मूलनः गरीबी को कम करना और गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना।
शिक्षा और स्वास्थ्य
1.शिक्षा को बढ़ावाः गरीब परिवारों की बेटियों को शिक्षा के अवसर प्रदान करना और उन्हें शिक्षित बनाना।
2.स्वास्थ्य सेवाएं: गरीब परिवारों की बेटियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और उन्हें स्वस्थ बनाना।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री निर्धन कन्या योजना गरीब परिवारों की कन्याओं के विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है, जिससे उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान किया जा सके और समाज में उनका स्थान मजबूत हो सके।
