केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के राजकोट में राजकोट जिला सहकारी बैंक लिमिटेड सहित 7 जिला स्तरीय सहकारी समितियों की वार्षिक बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री मनसुख मांडविया सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

श्री अमित शाह ने कहा कि देश के स्वतंत्र होने के बाद से ही सहकारी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की मांग थी कि केन्द्र सरकार में सहकारिता मंत्रालय का गठन किया जाए। पहले देश के विशाल सहकारी तंत्र को कृषि मंत्रालय के एक संयुक्त सचिव द्वारा चलाया जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2021 में अलग सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की। श्री शाह ने कहा कि मोदी जी के एक निर्णय से कश्मीर से कन्याकुमारी और द्वारका से कामाख्या तक पूरे देश में करोड़ों किसानों, पशुपालकों और मछुआरों को ऐसा अवसर मिला है कि उनकी मेहनत से प्राप्त मुनाफा सीधा उनके बैंक खाते में जा रहा है।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि राजकोट का सहकारी क्षेत्र न केवल गुजरात, बल्कि पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। सहकारी क्षेत्र को और मजबूत किया जाना चाहिए और प्रत्येक गाँव में दूध मंडली, सेवा सहकारी मंडली और गोदाम युक्त सहकारी समितियों की स्थापना की जानी चाहिए। आज सरदार वल्लभभाई पटेल और विट्ठलभाई रादडिया की प्रतिमाओं का अनावरण हुआ। उन्होंने कहा कि वल्लभभाई पटेल ने न केवल राजकोट बल्कि पूरे देश के किसानों के लिए हमेशा लड़ाई लड़ी, राजकोट जिला कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना की, उसे मजबूती प्रदान की तथा विस्तार किया। वहीं, विट्ठलभाई ने लंबे समय तक इस बैंक की सेवा की। इसे नाबार्ड के अनेक अवार्ड जीतने वाली बैंक में परिवर्तित किया। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में बैंक की दुर्घटना बीमा योजना के तहत 22 लोगों को और बैंक के कृषि समाज पुरस्कार के तहत 9 सहकारी समितियों को मोटरसाइकिल और मुआवजा प्रदान किया गया।
श्री अमित शाह ने कहा कि किसी सहकारी संस्था का परिचय यही होता है कि उसका मुनाफा किसान के हितों के लिए उपयोग हो। राजकोट जिला सहकारी बैंक को पांच बार नाबार्ड का बेस्ट परफॉर्मेंस अवार्ड और चार बार ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस अवार्ड प्राप्त हुआ है। यह जिले के किसानों की मेहनत और राजकोट जिला सहकारी बैंक के सभी डायरेक्टर्स व अध्यक्ष के नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने कहा कि 53 वर्षों तक निरंतर ऑडिट में 1 प्रतिशत से भी कम नेट एनपीए, सैकड़ों करोड़ रुपए का मुनाफा, और शून्य प्रतिशत से भी कम ब्याज दर पर ऋण देने के बाद भी यह जिला सहकारी बैंक अपनी मजबूत व्यवस्था को कायम रखने में सफल हुआ है।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में गुजरात के आणंद में त्रिभुवन सहकारी यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। यह सहकारी क्षेत्र की सभी विधाओं को समर्पित एक राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 60 से अधिक पहलों के माध्यम से, जिसमें पैक्स (प्राथमिक कृषि ऋण समितियों) के कंप्यूटरीकरण, गोदाम, जल संरक्षण, डेयरी सहकारी समितियों जैसे अनेक कार्य शामिल हैं, सहकारी क्षेत्र को मजबूत करने का कार्य किया गया है। श्री शाह ने कहा कि इन पहलों का परिणाम यह हुआ कि चार दशकों से लगातार कमजोर हो रहा सहकारी तंत्र पहले वर्ष में स्थिर हुआ और अगले दो वर्षों में 12% की वृद्धि के साथ मजबूत हुआ।
श्री अमित शाह ने कहा कि आज देश के कोने-कोने में नई सहकारी समितियाँ, नए दूध संघ और किसानों के दूध को प्रसंस्करण कर मुनाफा कमाने वाली समितियाँ स्थापित हो रही हैं। इनके माध्यम से किसानों को मुनाफा वापस देने की एक सुंदर कंप्यूटरीकृत व्यवस्था गुजरात सहित पूरे भारत में लागू की गई है। उन्होंने कहा कि गुजरात में सहकारी क्षेत्र के तहत सभी सहकारी संस्थाओं को जिला सहकारी बैंक और राज्य सहकारी बैंक से ही लोन देने की व्यवस्था बनाई गई है। बनासकांठा और पंचमहल में इस व्यवस्था का सफल प्रयोग हुआ और अब इसे पूरे गुजरात में लागू किया जा रहा है।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में कई नई शुरुआत की गई है। किसानों को उनके जैविक उत्पादों का पूरा मुनाफा मिले, इसके लिए ‘भारत ऑर्गेनिक’ नामक सहकारी संस्था की स्थापना की गई, जो किसानों से जैविक सामान खरीदकर बेचती है और सारा मुनाफा किसानों को वापस देती है। साथ ही, निर्यात और बीज के लिए नई सहकारी संस्थाएँ बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में सहकारी क्षेत्र दिन-दूनी, रात-चौगुनी प्रगति कर रहा है।

श्री अमित शाह ने कहा कि किसानों से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम करने और जैविक खेती को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे न केवल देश के लोगों का स्वास्थ्य सुधरेगा, बल्कि किसानों को अधिक मुनाफा भी मिलेगा। श्री शाह ने कहा कि भारत सरकार ने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि जैविक खेती करने वाले किसानों को बड़ा लाभ मिले। उन्होंने सौराष्ट्र के सभी किसानों से अपील की कि वे जैविक खेती की दिशा में बढ़ें और वैश्विक जैविक उत्पाद बाजार में भारत का हिस्सा बढ़ाने में योगदान दें।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज प्रथम नवरात्रि के शुभ अवसर पर गुजरात की जनता को माँ शक्ति की आराधना और नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस शुभ अवसर पर मोदी जी ने जनता को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने कहा कि किसानों के उपयोग की वस्तुओं, खाद्य पदार्थों, ऑटोमोबाइल क्षेत्र और रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी शून्य करने, घटाकर 5% करने का निर्णय नवरात्रि और दीपावली के अवसर पर गुजरात और देश की जनता के लिए बड़ा उपहार है।