संचार मंत्रालय के अंतर्गत डाक विभाग ने देश भर के डाक प्रतिष्ठानों में क्रियान्वित किए जा रहे विशेष अभियान 5.0 के मध्य चरण तक उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की है।
इस अभियान का उद्देश्य स्वच्छता को संस्थागत बनाना, लंबित मामलों को कम करना तथा कुशल रिकॉर्ड प्रबंधन को बढ़ावा देना है। इस अभियान में डाक सर्किलों, क्षेत्रीय कार्यालयों, डाक प्रभागों, छंटाई कार्यालयों तथा प्रधान डाकघरों से लेकर शाखा डाकघरों तक सभी स्तरों के डाकघरों से उत्साहपूर्ण भागीदारी प्राप्त हुई है।
अभियान के अंतर्गत अब तक हुई प्रगति इस प्रकार है:
• स्वच्छता अभियान: कुल 1,25,000 में से लगभग 47,358 डाक स्थलों को स्वच्छता गतिविधियों के अंतर्गत कवर किया गया है। इससे स्वच्छ, बेहतर रूप से संगठित और अधिक नागरिक-अनुकूल वातावरण सुनिश्चित हुआ है।
• डाक चौपाल: डाक चौपाल नागरिक-केंद्रित पहल है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी सेवाएं नागरिकों के द्वार तक पहुंचें, अंतिम व्यक्ति तक पहुंचें और सामुदायिक सहभागिता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ प्रभावी सेवा वितरण को बढ़ावा दें। अब तक देश भर में लगभग 4,952 डाक चौपालों का आयोजन किया जा चुका है।
• लंबित फाइलों की छंटाई/निपटान: लगभग 32,249 भौतिक फाइलों की समीक्षा की गई है और 7,611 फाइलों को छांट दिया गया है या बंद कर दिया गया है। इससे कार्यालय की दक्षता में सुधार हुआ है।
• लोक शिकायत निवारण: 57,961 से अधिक लंबित लोक शिकायतों और अपीलों का समाधान किया गया है। इससे उत्तरदायी शासन के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता मजबूत हुई है।
• स्थान प्रबंधन: रिकॉर्ड प्रबंधन/डिजिटलीकरण और अप्रचलित सामग्रियों को हटाने के माध्यम से लगभग 13,049 वर्ग फुट स्थान खाली किया गया है।
• स्क्रैप निपटान से राजस्व: अनुपयोगी वस्तुओं और स्क्रैप सामग्री की बिक्री से 32,48,216 रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ।
सौंदर्यीकरण अभियान के तहत, देश भर के डाकघरों ने अपने परिसरों को स्वच्छता, डाक विरासत और जन जागरूकता के विषयों को दर्शाती जीवंत दीवार कलाकृतियों से सजाया है । इन रचनात्मक प्रदर्शनों ने न केवल कार्यालय परिसरों के सौंदर्य को बढ़ाया है, बल्कि नागरिकों और कर्मचारियों के बीच स्वच्छता का संदेश फैलाने के प्रभावी माध्यम के रूप में भी काम किया है।
इसके अलावा, सर्किल्स ने “बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट” के भाग के रूप में अपशिष्ट पदार्थों से सजावटी वस्तुएं बनाने में गहरी रुचि ली है। साथ ही रीसाइक्लिंग और अपसाइक्लिंग के महत्व पर जोर दिया है।

अभियान का दूसरा भाग अब तक प्राप्त लाभों को समेकित करने, स्वच्छता प्रथाओं की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने तथा डाक विभाग में जवाबदेही और दक्षता की संस्कृति को मजबूत करने पर केंद्रित होगा।