कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) ने केंद्र सरकार के विशेष अभियान 5.0 के तहत स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की है। इस अभियान के अंतर्गत एसईसीएल ने अपने खनन क्षेत्रों में कुल 43 जैव-शौचालय स्थापित किए हैं, जिससे कार्यस्थलों पर समावेशन, सततता और स्वच्छता के मानकों को और सुदृढ़ किया गया है।

हाल ही में सोहागपुर क्षेत्र में 16 जैव-शौचालयों का उद्घाटन किया गया, वहीं भटगांव क्षेत्र में 27 जैव-शौचालय चालू किए गए। इन सुविधाओं का उद्देश्य उन खनन क्षेत्रों में स्वच्छता बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है, जहां पारंपरिक स्वच्छता साधनों की कमी लंबे समय से महसूस की जाती रही है।
यह कदम स्वच्छ भारत अभियान के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो स्वच्छ और सतत कार्यस्थलों के निर्माण पर केंद्रित है। जैव-शौचालय तकनीक के माध्यम से अपशिष्ट को सूक्ष्मजीवी क्रिया द्वारा गैर-विषाक्त पानी और गैस में परिवर्तित किया जाता है, जिससे पर्यावरण प्रदूषण में कमी आती है और जल संसाधनों का संरक्षण होता है।
पर्यावरणीय लाभों के साथ-साथ यह पहल सामाजिक समावेशन और सम्मान की भावना को भी बल देती है। विशेष रूप से खनन क्षेत्रों में कार्यरत महिला कर्मचारियों के लिए यह कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें कार्यस्थल के निकट सुरक्षित और स्वच्छ सुविधाएं प्रदान करता है। इससे न केवल उनके स्वास्थ्य की रक्षा होती है, बल्कि लैंगिक समानता और बेहतर कार्य परिस्थितियों को भी बढ़ावा मिलता है।

एसईसीएल का यह प्रयास जिम्मेदार खनन प्रथाओं और अपने परिचालन क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता सुधारने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। जैव-शौचालयों की स्थापना के माध्यम से कंपनी ने यह स्पष्ट किया है कि सतत विकास केवल उत्पादन तक सीमित नहीं, बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक उत्तरदायित्व का भी एक अभिन्न हिस्सा है।
विशेष अभियान 5.0, जो 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया गया, केंद्र सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (DARPG) की एक राष्ट्रव्यापी पहल है। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी विभागों और सार्वजनिक उपक्रमों में स्वच्छता, कुशल रिकॉर्ड प्रबंधन, और लंबित मामलों के प्रभावी निस्तारण को बढ़ावा देना है।
एसईसीएल इस अभियान के तहत स्वच्छता, डिजिटल परिवर्तन और जनसेवा वितरण में दक्षता लाने के लिए अनेक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रहा है। इन प्रयासों के माध्यम से कंपनी न केवल पर्यावरण और सामाजिक उत्तरदायित्व को निभा रही है, बल्कि ‘सतत भारत’ के निर्माण में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।