संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर, वाराणसी में मानवता के पथ प्रदर्शक के रूप में आगे बढ़ता रामायण कॉनक्लेव-2025 महाआयोजन का तीसरा दिन भी अत्यंत उत्साह व जोश से भरा दिखाई दिया। आज कार्यक्रम में पधारे सम्माननीय व प्रतिष्ठित मुख्य वक्ता की भूमिका में श्री प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव जी (आई.ए.एस.) ने अपने उद्बोधन में मानस में नारी चित्रण के उच्च एवं आदर्श रूप की विवेचना करते हुए कहा कि सामाजिक मर्यादाओं के अनुरूप नारी विशेषतः धर्म, नीति, प्रेम, त्याग व शक्ति की वह प्रतिमूर्ति है जो परिवार, समाज और धर्म की आधारशिला होती है।
मानस में वर्णित नारी पात्रों के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने विशेष रूप से कैकेयी के संदर्भ में निहितार्थ बताते हुए सार्थक रूप में उसकी विवेचना की, जिसका सार यह रहा कि, कैकेयी के माध्यम से ही राजकुमार राम, मर्यादा पुरुषोत्तम राम बने। आज आयोजित अंतर्विद्यालयी प्रतियोगिताओं के क्रम में सीता की रसोई के दिव्य एवं स्वादिष्ट पकवानों में चटक एवं सोंधी महक समाई हुई थी, जिसके निर्णायक मंडल के रूप में वाराणसी के प्रतिष्ठित शेफ व पाक-विशेषज्ञ श्री मुकेश सिन्हा एवं डॉ अरुणिमा दुबे की उपस्थिति ने इस महाभंडार के आयोजन को पूर्णता प्रदान की। रिफ्लेक्शन व ब्रेन टीजर जैसी प्रतियोगिता के चटख रंग व नन्हे विद्यार्थियों की मेधा ने ज्ञान के संगम में स्नान कराया, जिसे निर्णायक मंडल ने खूब सराहा।

विद्यार्थियों की कल्पना शक्ति को आकार देता कार्यक्रम रिफ्लेक्शन जिसमें निर्णायक मंडल में श्रीमती सुमन सिंह, श्रीमती रीति सान्याल एवं श्री विनय रोहिला ने विद्यार्थियों के प्रयास को सराहा। वही शिवोहम के अंतर्गत नृत्य प्रतियोगिता में श्रीमती माला हम होम्बाल, श्रीमती श्रावंती घोष एवं सुश्री नेहा कुमारी ने नृत्य प्रतिभा की खूबियां को परखने का प्रयास किया। इपिकल बीट के अंतर्गत रामायण की चैपाइयों के गायन के संदर्भ में प्रख्यात भजन गायक श्री राजन तिवारी जी एवं कथा मर्मज्ञ पंडित आशीष कृष्ण शास्त्री की निर्णायक मंडल के सदस्य की भूमिका में रहे।
संस्था के उपनिदेशक श्री आयुष्मान सिंह जी ने इस संपूर्ण आयोजन को युवा पीढ़ी के लिए आवश्यक एवं सार्थक बताते हुए कहा कि इस आयोजन का पुरस्कार वितरण एवं समापन समारोह कल दिनांक 8 नवंबर 2025 को प्रातः 10 बजे से संपन्न होगा, जिसमें काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति श्री अजीत कुमार चतुर्वेदी जी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। साथ ही इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री कवींद्र प्रताप सिंह (सेवानिवृत पुलिस महानिरीक्षक) एवं श्री राधाकृष्ण मिश्र जी (वरिष्ठ जेल अधीक्षक, केंद्रीय कारागार वाराणसी) की भी विशेष उपस्थिति रहेगी।
संस्था निदेशिका डॉ. वंदना सिंह जी ने इस आयोजन को मन के मानस को पवित्र एवं विशिष्ट बनाने का प्रयोजन बताया व वाराणसी के प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया। विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ नीलम सिंह जी ने यह बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास एवं धर्मानुकूल आचरण विकसित करना है, और हमें यह विश्वास है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हम यह लक्ष्य अवश्य प्राप्त करेंगे।