भारत मंडपम में आयोजित 44वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ 2025) में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने एमईआईटीवाई (MeitY) के मंडप का औपचारिक उद्घाटन किया। यह मंडप डिजिटल परिवर्तन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सहभागी शासन के क्षेत्र में भारत की उभरती नेतृत्व क्षमता को प्रदर्शित करता है।
इस वर्ष मंडप को तीन प्रमुख विषयों – डिजिटल इंडिया, इंडिया एआई और माईगव – के साथ एकीकृत किया गया है, जो आगंतुकों को भारत की डिजिटल शासन प्रणाली, एआई की सामाजिक उपयोगिता और नागरिक सहभागिता मॉडल की एक व्यापक झलक प्रदान करते हैं।

इंडिया एआई ज़ोन: इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026 की तैयारी का महत्वपूर्ण केंद्र
भारत की कृत्रिम बुद्धिमत्ता इकोसिस्टम को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इस वर्ष मंडप में इंडिया एआई ज़ोन विशेष आकर्षण का केंद्र है। यह ज़ोन आने वाले इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026 की तैयारियों को दर्शाता है और भारत की सुरक्षित, विश्वसनीय और समावेशी एआई ढांचा निर्मित करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
इस क्षेत्र को “कार्य से प्रभाव तक” की भारत की यात्रा दर्शाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है, जहां जिम्मेदार एआई (Responsible AI) के क्षेत्र में भारत की प्रगति को प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया गया है। यह ज़ोन आगंतुकों को एआई नवाचारों की अगली पीढ़ी की झलक प्रदान करता है।
इंडिया एआई मिशन के सात स्तंभों का प्रदर्शन
माननीय राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने इंडिया एआई मंडप के समर्पित अनुभव क्षेत्र का निरीक्षण किया, जिसमें इंडिया एआई मिशन के सात प्रमुख स्तंभ प्रदर्शित किए गए हैं:
- एआई कोश
- एआई अनुप्रयोग
- भावी कौशल
- स्टार्टअप इकोसिस्टम
- कंप्यूट अवसंरचना
- आधारभूत एआई मॉडल
- सुरक्षित और विश्वसनीय एआई
इंटरैक्टिव स्क्रीन, वास्तविक-जीवन उपयोग मामलों और नवाचार-आधारित प्रदर्शनियों ने मंत्री महोदय को एआई मिशन की प्रगति का विस्तृत अवलोकन कराया। उन्होंने मंडप टीम तथा आगंतुकों के साथ संवाद किया और भारत की एआई यात्रा को गति देने के लिए प्रेरित किया।
इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट से जुड़ी प्रमुख पहलें प्रदर्शित
एमईआईटीवाई मंडप में कई ऐसी पहलें प्रदर्शित की गई हैं जो 2026 में आयोजित होने वाले इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट का व्यापक पूर्वावलोकन प्रस्तुत करती हैं। इनमें शामिल प्रमुख पहलें हैं:
वैश्विक प्रभाव चुनौतियां (Global Impact Challenges)
तीन प्रमुख चुनौतियों के साथ 6 करोड़ रुपये तक के पुरस्कार पूल, मार्गदर्शन, निवेशक पहुंच और क्लाउड क्रेडिट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
सभी के लिए एआई
समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा और शहरी प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में स्केलेबल एआई समाधान आमंत्रित किए जा रहे हैं।
एआई बाय हर
महिला उद्यमियों द्वारा विकसित एआई नवाचारों को समर्थन और दृश्यता प्रदान करने के लिए एक समर्पित पहल, जिसे महिला उद्यमिता मंच के सहयोग से प्रस्तुत किया गया है।
युवॅ एआई
13-21 आयु वर्ग के युवा नवोन्मेषकों को एआई-फॉर-गुड परियोजनाएं विकसित करने और वैश्विक मंच पर समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
एआई अनुसंधान संगोष्ठी
भारत और ग्लोबल साउथ के अग्रणी शोधकर्ता एआई के प्रभाव, नीति-संबंधी शोध और तकनीकी प्रगति को साझा करेंगे।
इंडिया एआई–आईईए कॉल फॉर एब्सट्रैक्ट्स
ऊर्जा क्षेत्र में एआई के वास्तविक उपयोग मामलों पर आधारित केसबुक के लिए प्रस्तुत सार आमंत्रित किए गए हैं, जिन्हें इंडिया एआई इम्पैक्ट समिट 2026 में प्रदर्शित किया जाएगा।
एआई एक्सपो शोकेस
उद्योग और समाज में परिवर्तन ला रहे एआई अनुप्रयोगों का वैश्विक स्तर का पूर्वावलोकन।
इंडिया एआई टिंकरप्रेन्योर
कक्षा 6 से 12 के छात्रों में आधारभूत एआई कौशल विकसित करने और सामाजिक प्रभाव वाले नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम।